कांग्रेस ने आज इस बात का खंडन कर दिया कि महाराष्ट्र विधान परिषद के हाल ही में हुए चुनाव में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के पक्ष में मतदान करने से उसकी राज ठाकरे नीत पार्टी से नजदीकी बढ़ रही है.
पार्टी प्रवक्ता जयंती नटराजन ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मनसे और कांग्रेस की विचारधारा में इतना ज्यादा अंतर है कि आपसी समझ कभी नहीं बन सकती.’’ वह इस सवाल का जवाब दे रही थीं कि क्या मनसे के महाराष्ट्र में कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के पक्ष में मतदान करने से इसका इस वर्ष के अंत में होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों पर कोई असर पड़ेगा.
ठाकरे ने मुंबई में संकेत दिये कि उनकी पार्टी ने कांग्रेस के पक्ष में मतदान किया ताकि वह अपने चार विधायकों का निलंबन रद्द करा सके. मनसे प्रमुख ने कहा, ‘‘हमारे चार विधायकों का निलंबन रद्द कराने के लिये जो करना जरूरी था, वह हमने किया.’’ ठाकरे के इस दावे को खारिज करते हुए जयंती ने कहा कि वह जिस किसी आपसी समझ के बारे में कह रहे हैं, वह पूरी तरह गलत है.