साउथ दिल्ली के नेहरू नगर में रहने वाले बेग परिवार ने सांप्रदायिक सौहार्द की ऐसी मिसाल पेश की है जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है. दरअसल बेग परिवार ने एक अनाथ हिन्दू बच्चे का न सिर्फ पालन पोषण किया बल्कि धूमधाम से उसकी शादी भी करवाई.
एक तरफ जहां धर्म और जाति को लेकर लोग मरने मारने को उतारू हो जाते हैं. वहीं साउथ दिल्ली के नेहरू नगर में रहने वाले बेग परिवार ने सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे की ऐसी मिसाल पेश की है. जिससे लोग उनकी तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. दरअसल पेशे से होटल कारोबारी मिर्जा जियायुद्दीन ने एक हिंदू परिवार के अनाथ बच्चे को न सिर्फ अपने बेटे की तरह पाला पोसा बल्कि रविवार को बड़े ही भव्य तरीके से हिंदू रीति रिवाज से उसकी शादी करवाकर पिता का फर्ज भी अदा किया है. दूल्हे लक्ष्मण की शादी में पूरा बेग परिवार शामिल हुआ.
8 साल की उम्र में लक्ष्मण जियाउद्दीन बेग को मिला था. जियाउद्दीन बताते हैं कि आर्थिक हालत ठीक नहीं होने के कारण लक्ष्मण का भाई उसे उनके पास छोड़कर चला गया था. तभी से वे लक्ष्मण का पालन-पोषण अपने बेटे की तरह कर रहे हैं. लक्ष्मण को वो सारी सुविधाएं दी, जो एक पिता अपने बच्चे को देता है. लक्ष्मण नेपाल मूल का रहने वाला है. वह अपनी शादी को लेकर काफी खुश है.
लक्ष्मण की पत्नि गायत्री के परिवार वाले भी इस शादी से काफी खुश हैं, गायत्री की मां इंदिरा का कहना है कि ये शादी हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल है. गायत्री का कहना है कि हमें बिल्कुल ऐसा नहीं लगता कि कोई हिंदू मुस्लिम अलग है. उनकी कहना है कि हमारी लड़की शादी होकर बहुत अच्छे घर में आई है.
मुस्लिम परिवार के हाथों लक्ष्मण का पालन-पोषण और फिर शादी देश की गौरवपूर्ण गंगा जमुना तहजीब की मिसाल है. जो सालों से चली आ रही है. ये अलग बात है कि वोट बैंक की राजनीति ने इसके रंग थोड़े फीके जरूर कर दिए हैं, लेकिन कहते हैं कि रंग अगर चटख हो तो उसकी रंगत नहीं जाती.