तमिलनाडु में एक सीनियर आईएएस अधिकारी ने अपने साथ हुई सरकारी ज्यादती को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 23 साल से प्रशासनिक सेवा में काम कर रहे सी उमाशंकर का आरोप है कि करुणानिधि और जयललिता दोनों के राज में उनका जबरदस्त उत्पीड़न किया गया. दोनों सरकारों के दौरान उन्हें तरक्की और इन्क्रीमेंट देने की जगह सजा दी गई.
उमाशंकर के मुताबिक, उन्होंने करुणानिधि के जमाने में कलानिधि मारन के केबल नेटवर्क को नेशनलाइज करने का प्रस्ताव दिया था, जिस पर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया. उन्होंने 1995-96 के दौरान कई घोटालों को लेकर जयललिता सरकार के खिलाफ भी रिपोर्ट दी थी, जिसके बाद उन पर फर्जी मुकदमे ठोंक दिए गए.
उमाशंकर का कहना है कि उन पर लगे आरोप अगर सच साबित हुए तो वे परिवार समेत जान देने के लिए तैयार हैं.