आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (ISIS) की एजेंट के तौर पर काम कर रही है एक कनाडाई सिख महिला दिल्ली में बम धमाकों की घटना को अंजाम दे सकती है. खुफिया सूत्रों के हवाले से मिली खबर के मुताबिक, आतंकी संगठन के कुछ एजेंट पहले से ही राजधानी में मौजूद हैं.
सूत्रों के मुताबिक, खुफिया एजेंसियों के पास उस महिला का नाम और पासपोर्ट भी है, जिस पर संदेह जाहिर किया गया है. इस संबंध में एयरपोर्ट्स को अलर्ट जारी किया गया है, जिसमें साफ कहा गया है कि 35 साल की एक महिला किसी अनहोनी घटना को अंजाम दे सकती है. इसमें उसकी मदद ISIS के अन्य सदस्य भी कर सकते हैं.
महिला के पासपोर्ट की डीटेल पता चली
महिला का पासपोर्ट दिसंबर 2016 में एक्सपायर होगा. पासपोर्ट की डीटेल इंडिया टुडे ग्रुप के पास है. हालांकि सुरक्षा कारणों से इसे जारी नहीं किया जा सकता.
NIA को भी दी गई सूचना
ISIS के संपर्क में रहे करीब 25 लोगों को गिरफ्तार करने वाली राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को भी इस संबंध में सूचना दे दी गई है. महिला के दिल्ली में प्रवेश के संभावित रास्तों को खाका भी तैयार किया गया है और दूसरे देशों से संपर्क भी साधा गया है.
पहली बार किसी सिख महिला को लुभाया
बता दें कि सुरक्षा एजेंसियों ने पहले ही आगाह किया था कि बाहरी देशों में रह रहे भारतीय ISIS की ओर आकर्षित हो रहे हैं. ये आतंकी संगठन भारतीय युवाओं को लालच दे रहा है. एक खुफिया अधिकारी ने बताया कि ऐसा पहली बार है जब किसी सिख महिला को आतंकी संगठन ने अपनी ओर आकर्षित किया है. इसके पहले ऑस्ट्रेलिया में रहने वाली आदिल फयाज वादा नाम की एक महिला जिहादी बनने के लिए सीरिया की यात्रा पर निकली थी.
ISIS के चक्कर में मारे गए 6 भारतीय
आकंड़ों के मुताबिक, अब तक 24 भारतीयों ने ISIS ज्वाइन किया, जिनमें से छह अलग-अलग घटनाओं में मारे गए. जबकि दो वापस आ गए. कहा जा रहा है कि 16 अभी भी ISIS का हिस्सा हैं. बीते महीनों में कई भारतीय युवाओं को शक के आधार पर दूसरे देशों की यात्रा करने से रोका गया है.