तमिलनाडु की जन नेता जयललिता का सोमवार देर रात निधन हो गया. रविवार को उनको कार्डिएक अरेस्ट हुआ था और सोमवार सुबह उनकी एंजियोप्लास्टी भी की गई थी, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हो पाया. बुखार और डिहाइड्रेशन होने पर 22 सितंबर को उन्हें चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया था. उनकी बीमारी का सिलसिलेवार हाल इस प्रकार रहा:
अक्टूबर 2014: खराब स्वास्थ्य की वजह से जयललिता को सुप्रीम कोर्ट ने दी जमानत, वह आय से अधिक संपत्ति मामले में चार साल जेल की सजा भुगत रही थीं.
जुलाई 2015 : सेहत खराब होने की वजह से जयललिता एक इफ्तार पार्टी में नहीं जा पाईं.
22 सितंबर, 2016 : बुखार और डिहाइड्रेशन होने पर जयललिता को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती किया गया.
23 सितंबर : एआइडीएमके ने ट्वीट कर बताया कि अम्मा ठीक हैं और सामान्य डाइट ले रही हैं.
23 सितंबर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बुके और पत्र भेजकर जयललिता के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
25 सितंबर : अपोलो अस्पताल ने सोशल मीडिया पर चल रही इन अफवाहों का खंडन किया कि जयललिता को इलाज के लिए देश से बाहर ले जाया जा रहा है. अस्पताल ने दावा किया कि उन्हें कुछ ही दिन में अस्पताल से मुक्त कर दिया जाएगा.
27 सितंबर : जयललिता ने अस्पताल से ही अपने आधिकारिक कामकाज निपटाए.
29 सितंबर : एआइडीएमके ने अपोलो अस्पताल के इस बयान को ट्वीट किया कि अम्मा का उपचार ठीक से चल रहा है और उन्हें अभी कुछ दिन और अस्तपाल में रहने को कहा गया है.
1 अक्टूबर : एआइडीएमके ने कहा कि जयललिता के सेहत में निरंतर सुधार हो रहा है और उन्हें जल्दी ही अस्पताल से मुक्त कर दिया जाएगा.
2 अक्टूबर : अस्पताल ने एक और बयान जारी कर कहा कि विशेषज्ञ डॉक्टरों का एक समूह अम्मा के सेहत की जांच कर रहा है और उन्हें अभी कुछ दिन तक और निगरानी में रखना होगा.
3 अक्टूबर : एआइडीएमके ने एक बयान जारी कर कहा कि आम लोगों के उस फ्लोर पर जाने पर कोई रोक नहीं हैं, जहां अम्मा को भर्ती किया गया है.
8 अक्टूबर : अपोलो अस्पताल ने कहा कि जयललिता के फेफड़ों में संक्रमण का इलाज चल रहा है और उन पर लगातार निगरानी की जा रही है.
12 अक्टूबर : डॉक्टरों ने संकेत दिया कि जयललिता आधिकारिक कामकाज निपटाने के लिए फिट नहीं हैं और ओ पनीरसेल्वम को आठ विभागों की अतिरिक्त जिम्मेदारी दे दी गई.
20 अक्टूबर : एआइडीएमके ने जयललिता के स्वास्थ्य के बारे में एक और अपडेट देते हुए कहा कि वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं और जल्दी ही कामकाज संभाल लेंगी.
22 अक्टूबर : अपोलो अस्पताल ने अपने बयान में कहा कि जयललिता काफी हद तक होशोहवास में हैं और अपने बेड पर बैठ पा रही हैं, वह बात कर रही हैं और उनके सेहत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है.
26 अक्टूबर : एआइडीएमके ने कहा कि जयललिता के सेहत में सुधार हो रहा है और वह अस्पताल से डिस्चार्ज होने के लिए तैयार हैं.
29 अक्टूबर : जयललिता से चुनाव के कागजात पर अंगूठे का निशान लगवाया गया.
16 नवंबर : अस्पताल में भर्ती होने के बाद जयललिता ने अपने पहले बयान में कहा कि लोगों की दुआओं की वजह से उनका पुनर्जन्म हुआ है.
18 नवंबर : अपोलो अस्पताल के चेयरमैन प्रताप रेड्डी ने कहा कि जयललिता को कभी भी अस्पताल से मुक्त किया जा सकता है.
4 दिसंबर : कार्डिएक अरेस्ट से जयललिता की तबीयत और बिगड़ी.
5 दिसंबर : एंजियोप्लास्टी के बाद जयललिता की हालत नाजुक बनी रही और आखिरकार देर रात उनका निधन हो गया.