'मन चंगा तो कठौती में गंगा...' का फलसफा देने वाले संत रविदास के जन्मदिवस पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर उन्हें याद किया है. प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा कि हम गुरु रविदास के सपनों का भारत बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं. एक ऐसा भारत जो समावेशी और मजबूत हो, जहां विकास का फल सब तक पहुंचे और हर गरीब संपन्न बने.
Guided by the rich ideals of Guru Ravidas Ji, we are working round the clock to build an India which is strong, inclusive and prosperous…where the fruits of development reach everybody and empower those who are poor. pic.twitter.com/DpuU90z1S6
— Narendra Modi (@narendramodi) January 31, 2018
बता दें कि भारतीय कैलेंडर के अनुसार आज यानी बुधवार को माघ महीने की पूर्णिमा है. इसी दिन हर साल गुरु रविदास का जन्मदिवस मनाया जाता है. संत रविदास का जन्म माघ महिने की पूर्णिमा के दिन वाराणसी के सीर गोबर्धन में हुआ था.
रविदास जयंती पर ट्वीट करते हुए राष्ट्रपति ने सभी देशवासियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा संत रविदास समानता, एकता और सामाजिक सौहार्द की उनकी शिक्षा और सन्देश देश को प्रेरणा देते हैं.
सभी देशवासियों को गुरु रविदास जयंती की शुभकामनाएं। समानता, एकता और सामाजिक सौहार्द की उनकी शिक्षा और सन्देश देश को प्रेरणा देते हैं — राष्ट्रपति कोविन्द
— President of India (@rashtrapatibhvn) January 31, 2018
छुआछुत जैसी कुरीतियों से लड़ते रहे रविदास
संत रविदास की खासियत ये थी कि वे बहुत दयालु थे. दूसरों की मदद करना उन्हें भाता था. कहीं साधु-संत मिल जाएं तो वे उनकी सेवा करने से पीछे नहीं हटते थे. उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों के खिलाफ आवाज उठाई. छुआछूत आदि का उन्होंने विरोध किया और पूरे जीवन इन कुरीतियों के खिलाफ ही काम करते रहे.
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जूते बनाने का काम किया करते थे संत रविदास
संत रविदास के बारे में कहा जाता है कि वे जूते बनाने का काम बड़ी मेहनत से किया करते थे. वे समाज की कुरीतियों के खिलाफ आवाज तो उठाते थे पर उन्होंने कभी किसी की आलोचना नहीं की. संत रविदास की जयंती को पूरे देश में धूम-धाम से मनाया जा रहा है.