तेलंगाना के नालगोंडा जिले में सोमवार को दो साल की बच्ची के 200 फीट गहरे बोरवेल में गिरने की सूचना से हड़कंप मच गया. घटना की जानकारी मिलते ही बच्ची को बचाने की कोशिशें शुरू हो गईं.
रिपोर्ट के मुताबिक, दो साल की शान्वी बोरवेल के पास नींबू के खेतों में खेल रही थी, जबकि उसके माता-पिता खेतों में काम कर रहे थे. खेलते समय अचानक बच्ची बोरवेल में गिर गई.
पाइप के जरिए भेजी जा रही है ऑक्सीजन
गांव के लोगों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद वे घटनास्थल की ओर दौड़े. बच्ची को बचाने की कोशिश जारी है. मौके पर एंबुलेंस भी पहुंच गई है. बोरवेल में पाइप के जरिए बच्ची को ऑक्सीजन भेजी जा रही है.
पानी नहीं निकला तो खुला छोड़ दिया था बोरवेल
बताया जा रहा है कि खेतों के मालिक ने पानी की कमी की वजह से बोरवेल खुदवाया था. हालांकि पानी नहीं निकला तो उसने इसे बिना ढके ही छोड़ दिया. जिसकी वजह से यह हादसा हो गया.
पहले भी हुए हैं ऐसे हादसे
इसके पहले भी देश के अलग-अलग हिस्सों में ऐसे हादसे हो चुके हैं. जून 2012 में गुड़गांव के निकट मानेसर में करीब 86 घंटों तक बोरवेल में एक छोटी सी बच्ची फंसी रही. आखिरकार उसे निकाल तो लिया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच सकी. बोरवेल से निकाले जाने के बाद माही को एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. ऐसे ही जून 2014 में गुजरात के जामनगर में भी एक बच्चा 350 फीट गहरे बोरवेल में गिर गया था.