एक ओर केंद्र सरकार आधार कार्ड को कई अहम योजनाओं से जोड़ने की कवायद कर रही है, तो दूसरी ओर इसका 'आधार' दिनोंदिन कमजोर होता नजर आ रहा है.
सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही निर्देश दे रखे हैं कि आधार कार्ड को किसी भी सरकारी सेवा के लिए अनिवार्य न किया जाए. अब एक बड़ी तकनीकी दिक्क्त इसकी राह रोक रही है. सरकारी लाभ के लिए आधार कार्ड जरूरी नहीं: SC
आधार कार्ड को वोटर आईडी से जोड़ने की निर्वाचन आयोग की शुरू की गई प्रक्रिया के बीच बड़ी संख्या में उम्रदराज लोग फिंगर प्रिंट स्पष्ट नहीं आने से परेशान हैं. भविष्य में वोटिंग के लिए और अन्य लाभकारी सरकारी योजनाओं के लिए आधार कार्ड कहीं अनिवार्य न हो जाए, इसका डर कई लोगों को सता रहा है. पीएफ लेन-देन के लिए आधार कार्ड जरूरी नहीं
अभी हाल ही में गैस कनेक्शन की कैश सब्सिडी को लेकर बैंकों के खातों को आधार कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया अपनाई गई. उसके बाद खाद्य सुरक्षा गारंटी योजना में भी आधार कार्ड की अनिवार्यता तय की गई. इन दो अहम लाभकारी योजना के बाद अब चुनाव आयोग ने वोटर आईडी को भी आधार कार्ड से जोड़ना शुरू कर दिया है. दिल्लीः आबादी से ज्यादा लोगों के आधार कार्ड जारी
यही कारण है कि उम्रदराज लोग फिंगर प्रिन्ट के न आने से आधार कार्ड की सुविधा से वंचित हैं. ऐसे लोगों को डर सताने लगा है कि कहीं वोट देने समेत अन्य अधिकारों से वंचित न हो जाएं.
बहराइच के मोहल्ला बख्शीपुरा निवासी पं. बागीश पाल ने बताया कि वोटर आईडी के लिए फॉर्म भरकर फिंगर प्रिंट देने गए, तो मशीन पर फिंगर प्रिंट ही नहीं आया और उनको बैरंग वापस लौटना पड़ा. इस मोहल्ले के ही बड़ी संख्या में 65 से 85 साल की उम्र के लोग आधार कार्ड की सुविधा से वंचित हैं. इसके अलावा मोहल्ला मीराखेलपुरा निवासी सेना से रिटायर्ड बनवारी लाल (65) ने बताया कि फॉर्म भरकर आधार कार्ड बनवाने की कोशिश की, तो फिंगर प्रिंट न आने की बात कहकर कैम्प से लौटा दिया गया.
यही हाल उनकी मां फूलमती (85) के साथ भी हुआ. इतना ही नहीं, नगर समेत समूचे जिले में बड़ी संख्या में उम्रदराज लोग फिंगर प्रिंट के न आने से आधार कार्ड जैसी अहम सुविधा से वंचित हैं.
इनपुट: IANS