ये उन पांच लोगों की कहानी है जो अपनी जिंदगी में थे तो सामान्य ही, लेकिन सरकार से मदद लेकर उन्होंने वो कर दिखाया जो कइयों के लिए प्रेरणास्रोत बन गया. इन लोगों को हिन्दी के सर्वश्रेष्ठ न्यूज चैनल आजतक ने दिल्ली में एक कार्यक्रम में सम्मानित किया.
अब हम इन हस्तियों के बारे में आपको बताते हैं. आजतक के कार्यक्रम कृषि इनोवेशन समिट 2018 में मधुमक्खी पालन के लिए महाराष्ट्र के नासिक की रहने वाली ललिता को सम्मानित किया गया. ललिता ने 2015 में नेशनल बी बोर्ड से ट्रेनिंग ली. इस ट्रेनिंग ने उनकी किस्मत बदल दी, आज वो मधुमक्खी पालन के जरिये ही सालाना 8 लाख रुपये कमाती हैं.
डेयरी के क्षेत्र में शानदार काम करने के लिए पंजाब के फजलिका के रहने वाले विनोद कुमार को सम्मानित किया गया. उन्होंने कृषि विज्ञान केन्द्र पंजाब से ट्रेनिंग ली. इसके बाद वे दुधारु जानवरों का पालन करने लगे, आज डेयरी फार्मिंग से वे हर साल 6 लाख रुपये अर्जित करते हैं.
मत्स्य पालन के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ के सुदीप दास ने कमाल किया. रायपुर के रहने वाले सुदीप दास मत्स्य पालन में ट्रेनिंग ली. मछली पालन में उन्होंने शानदार काम किया. आज इन्होंने 56 लोगों को प्रत्यक्ष तौर पर रोजगार दिया है.
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर की कृष्णा यादव को आज तक के इस कार्यक्रम में कृषि उद्यमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. रोजी रोटी की तलाश में यूपी से दिल्ली आने वाली कृष्णा राजधानी में सब्जी बेचती थी. इसके बाद दिल्ली में उन्होंने अचार बनाने का काम शुरू किया. वर्तमान में उनके धंधे का सालाना टर्नओवर 3 करोड़ है. इसके अलावा उन्होंने कई लोगों को रोजगार दिया है.
इस कार्यक्रम में बकरी पालन के लिए तेलंगाना के मूल महेंद्र रेड्डी को सम्मानित किया गया. बकरी पालन के जरिये महेन्द्र रेड्डी हर साल 8 लाख रुपये की कमाई करते हैं.