जयपुर के इंडियन ऑयल डिपो में आग लगने से पहले क्या हुआ था. आजतक ने अपनी पड़ताल में इस हादसे के एकमात्र चश्मदीद को ढूंढ निकाला है. चश्मदीद के मुताबिक उस दिन इंडियन ऑयल से तेल बीपीसीएल को दिया जा रहा था लेकिन तभी वॉल्व ज्यादा खुल गया.
चश्मदीद आईओसी का कर्मचारी है
जयपुर के डिपो में भयानक आग को बेहद करीब से देखने वाला शख्स है आईओसी के ऑपरेशन मैनेजर अशोक गुप्ता जो जयपुर के मानेसर में इलाज करा रहे हैं. ऑपरेशन मैनेजर अशोक गुप्ता ने ही कंपनी के दो कर्मचारियों को लाइन खोलने के लिए कहा था लेकिन उस दिन वॉल्व कुछ ज्यादा ही खुल गया था. अशोक को सिर्फ इतना ही याद है कि तेल का भारी रिसाव हुआ था जिससे वे बेहोश हो गए थे.
तेल घोटाले की आशंका
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या पेट्रोल लाइन खोलने के लिए इजाजत ली गई थी या नहीं और वॉल्व खोलने के लिए कहकर अशोक दूसरी तरफ क्यों चले गए? ये बातें इसलिए अहम है क्योंकि तेल के लेन-देन में कई बार घोटाले की बातें भी सामने आई हैं और सीबीआई पहले से ही 1 लाख 28 हजार लीटर तेल चोरी के मामले की जांच कर रही है.