हैदराबाद में ब्लास्ट हुए एक महीने हो गए. मगर पुलिस अब भी खाली हाथ है, वो गुनहगारों तक पहुंचने के लिए हाथ-पैर मार रही है. लेकिन आजतक लेकर आया है कुछ अहम सुराग, वो एक्सक्लूसिव वीडियो, जिसमें हैदराबाद धमाके के संदिग्ध कैद हैं. इस वीडियो में वो साइकिल भी, जिनके बारे में माना जा रहा है कि उन्हीं पर लादकर मौका-ए-वारदात तक टाइमर बम पहुंचाये गये थे.
क्या जर्मन बेकरी और हैदराबाद ब्लास्ट के पीछे साजिश एक है?
वीडियों में दूसरे शख्स ने बम प्लांट बिल्कुल उसी अंदाज में किया, जिस तरह पुणे के जर्मन बेकरी में रियाज भटकल ने किया था. तो सवाल है कि क्या दोनों ब्लास्ट के पीछे साजिश एक है और इसीलिए एक जैसा मोडस ऑपरेंडी आजमाया गया.
वीडियो में साइकिल और साइकिल के साथ चलते दो शख्स हैं, जिन्हें पुलिस हैदराबाद ब्लास्ट के लिए अभी संदिग्ध के तौर पर देख रही है. ब्लास्ट से कुछ देर पहले ही शाम 6 बजकर 33 मिनट पर ये साइकिल धमाके वाली जगह से महज पचास मीटर की दूरी से गुजरी थी.
पुलिस को शक है कि इस साइकिल के करियर पर रखे सफेद पैकेट में ही ब्लास्ट के टाइम बम रखे थे. इसके बस दो मिनट बाद ही कंधे पर बैग लटकाए और सिर पर टोपी पहना एक शख्स साइकिल हाथ में थामे हुए यहां से गुजरा. उसकी साइकिल के करियर पर भी पहले वाले की तरह ही सफेद पैकेट रखा है. मौत के सौदागरों ने बम से लैस साइकिल को दो अलग-अलग जगहों पर खड़ा कर दिया था.
मगर सफेद टोपी पहने दूसरा संदिग्ध महज 6 मिनट बाद ही वापस शोरूम के सामने से गुजरा, जहां पे शोरूम के सीसीटीवी कैमरे ने इसकी तस्वीर कैद कर ली. वीडियो में चेकदार कमीज पहने उस लड़के के कंधे पर कैरी बैग है और वो तेज कदमों से भाग रहा है. चेहरा छुपाने के लिए इस शख्स ने टोपी पहन रखी है. ठीक वैसे ही जैसे पुणे के जर्मन बेकरी धमाके में इंडियन मुजाहिदीन के सरगना यासीन भटकल ने टोपी पहन रखी थी. भटकल की टोपी वाली ये फोटो भी मौके पर लगे सीसीटीवी में कैद हुई. भटकल ने भी पीठ पर वैसा ही कैरी बैग लादा है जैसा हैदराबाद धमाके के संदिग्ध ने अपनी पीठ पर कैरी बैग कसा है.
ये वीडियो अब इंडियन मुजाहिदीन के इस ब्लास्ट में शामिल होने का सबसे बड़ा सुराग है और ये सुराग इलाके की एक बड़ी दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे से मिला. साज़िश के इस लाइव विडियो को अब पुलिस हैदराबाद में बम धमाके करने वाले आतंकवादियों तक पहुँचने का सबसे अहम सुराग मान रही है.