मोदी सरकार के तीन साल होने पर आजतक एडिटर्स राउंडटेबल में आए केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि कश्मीर को लेकर मोदी सरकार की नीति साफ है. कश्मीर का 60 फीसदी युवा हमारे साथ है. उन्होंने तथ्य देते हुए कहा कि 700 पदों की सब इंस्पेक्टर की भर्ती में 67 हजार युवाओं के आवेदन आए. ये बताता है कि कश्मीर का युवा मोदी सरकार के साथ है. आजतक के ऑपरेशन हुर्रियत की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि घाटी में आतंकी ज्यादा दिन नहीं घूमेंगे.
उन्होंने कहा कि कश्मीर का हो या कहीं का.. मुसलमान मुख्यधारा का हिस्सा बनना चाहता है. जहां तक रेडिकलाइजेशन की बात है तो वैश्विक स्तर पर यह बढ़ा है. सिर्फ भारत की बात नहीं है. देश में कुछ लोगों के साथ समस्या ये है कि चोरी की घटना के लिए भी मोदी सरकार जिम्मेदार ठहरा दिया जाता है.
सिंह ने कहा कि कश्मीर का युवा देश के साथ जुड़ना चाह रहा है. और यही आतंकियों के लिए चिंता की बात है. लोगों में आतंकियों को लेकर डर व्याप्त हो रहा है और भारत सरकार इसी को खत्म करने का काम कर रही है. पत्थरबाजों के खिलाफ कार्रवाई के खिलाफ के सवाल पर उन्होंने कहा कि गृहमंत्री ने कहा है कि शांति में बाधा डालने वाले हर तत्व के खिलाफ कार्रवाई होगी. हुर्रियत पर बैन को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस मसले पर मैं जवाब नहीं दे सकता.
कश्मीर से आर्टिकल 370 को हटाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वहां दो पार्टी की सरकार है. गठबंधन की अपनी मर्यादा और तकाजे होते हैं. जम्मू-कश्मीर में आम आदमी के हित में काम करने के लिए गठबंधन हुआ है. हमारा कॉमन मिनिमम प्रोग्राम है और दोनों पार्टियों को सहमत और असहमत होने का अधिकार है.
बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर के हालात पर जितेंद्र सिंह ने कहा कि स्थिति फिर से सामान्य होगी और कश्मीर जलेगा नहीं. उन्होंने कहा कि उमर फयाज की हत्या ने घाटी के लोगों को सोचने का मौका दिया है. युवा एक दूसरे से सवाल कर रहे हैं. युवा मुख्य धारा का हिस्सा बनना चाहता है. क्या हम कश्मीर मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक तौर पर गंवा रहे हैं. तो जितेंद्र सिंह ने कहा कि नहीं.
2019 के चुनाव में कश्मीर के लोगों के संदेश देने के सवाल पर जितेंद्र सिंह ने कहा कि संदेश की जरूरत ही नहीं है, लोग खुद कहेंगे कि 'अच्छे दिन' आ गए.