मोदी सरकार के तीन साल होने पर आजतक एडिटर्स राउंडटेबल के पावर टू द पावरलेस सेशन में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मोदी मंत्रिमंडल का हर मंत्री काम में लगा है. हमारा काम फाइलों में नहीं, बल्कि जनता के सामने है. उन्होंने कहा कि जिस दिन एनडीए की सरकार बनी, उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया था और बताया था कि कैसे काम करना है. सरकार की प्राथमिकता है कि विकास गरीब के घर तक पहुंचे. सरकार की प्राथमिकता है कि विकास गरीब के घर तक पहुंचे.
नोटबंदी को ऐतिहासिक बताते हुए उन्होंने कहा कि विपक्ष इस बात को स्वीकार कर रहा है कि बैंकों की स्थिति खराब थी. देश चाहता था कि भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो. यूपीए को कभी होश नहीं आया कि बेनामी संपत्ति का कानून लागू करें, जो हम कर रहे हैं. हमने देश के सामने असलियत रखी, काला धन रखने वालों पर कार्रवाई हुई. रिजर्व बैंक का सरकार ने पूरा सम्मान किया है. मॉनेटरी पॉलिसी पर कमिटी बनी है.
गोयल ने कहा कि नोटबंदी में मिले नोटों को गिना जा रहा है और यह पहले की व्यवस्था से ही हो रहा है. फाइनल आंकड़े का इंतजार कीजिए. जल्दबाजी करने से कुछ नहीं होगा.
उदय योजना के बारे में उन्होंने कहा कि सबसे पहले फाइनेंशियल रिस्ट्रक्चरिंग का फैसला सुरेश प्रभु ने किया था. गैर बीजेपी राज्यों ने डिस्कॉम की हालत खराब कर दी थी. हमने उदय योजना को बनाया और तय किया कि नुकसान के एवज में राज्य सरकारों को अपने बजट से भरना पड़े. विद्यार्थी के घर में बिजली नहीं पहुंचती है, तो मुझे रोना आता है.
ऊर्जा ऐप के बारे में उन्होंने बताया कि पूरे देश में मीटर लगा रहे हैं. इसे फीडर से जोड़कर पूरा देश का डाटा ऊर्जा ऐप डालेंगे और फिर लोग देख पाएंगे कि उनके घर कब बिजली आई और कब गई. गोयल ने उम्मीद जताई कि जीएसटी आने के बाद देश के सभी डिस्काम्स को लाभ होने की संभावना है और उम्मीद करता हूं कि देश के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा.
रोजगार के सवाल पर उन्होंने कहा कि रोजगार की समस्या दशकों से है. एक करोड़ का आंकड़ा मीडिया (हालांकि बाद में उन्हें स्वीकार करना पड़ा कि यूपी की रैली में नरेंद्र मोदी ने वादा किया था) का है. रोजगार को लेकर मोदी सरकार पूरा काम करेगी और तीन सालों में लोगों को काम करने के अवसर बहुत मिले हैं.
उन्होंने कहा कि एनडीए की पहली सरकार के दौरान भी अटल बिहारी वाजपेयी को तीन सालों तक अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए मेहनत करनी पड़ी थी. मोदी सरकार के दौरान देश की अर्थव्यवस्था सुधरी है. वित्तीय घाटा कम हुआ है. लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने काम किया है. मुद्रा योजना में 7 करोड़ लोगों ने लोन लिया. यही लोग पहले साहूकार के पास लोन लेने जाते थे. अब उन्हें बैंकों से लोन मिल जाता है.
केंद्रीय मंत्री ने अपने मंत्रालय की उपलब्धि गिनाते हुए कहा कि सौर उर्जा के क्षेत्र में लाखों लोगों को जॉब मिली है. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में बिजली व्यवस्था सुधरी है. ये रोजगार के आंकड़े के दायरे में नहीं आता, लेकिन लोगों को काम मिला है और लोग काम कर रहे हैं.