आंदोलन एक ऐसा शब्द, जिससे सरकारें घबराती भी रहीं और कुचलने से कतराई भी नहीं. आजादी के बाद बीते चार दशकों में कई मौके ऐसे
आए जब आंदोलनों ने तख्त गिराए और ताज उछाले. हर आंदोलन के मर्म में बार-बार आजादी के सपनों का ही ताना-बुना सुना गया. कभी हक
तो कभी स्वराज, कभी अस्मिता तो कभी संपूर्ण क्रांति, आंदोलन होते रहे और देश की राजनीति में छोटे-बड़े बदलाव लाते रहे.
ऐसे में आज तक लेकर आया है एक खास शो 'आंदोलन', जो देश के चुनिंदा राजनीतिक आंदोलनों की कहानी बयान करेगा. आपको उनके विस्तृत ब्यौरे देगा. कार्यक्रम के पहले एपिसोड में बात, जयप्रकाश नारायण के उस संपूर्ण क्रांति आंदोलन की, जो आपातकाल के बाद इंदिरा गांधी सरकार के खिलाफ किया गया.
नारा था, 'जयप्रकाश का बिगुल बजा दो जाग उठी तरुणाई है, और तिलक लगाने तुम्हें जवानों क्रांति द्वार पर आई है'. लालू यादव हों या अटल बिहारी वाजपेयी, नीतीश कुमार या रविशंकर प्रसाद, यह वही आंदोलन था जिसमें कई राजनीतिक धाराओं के लोग एक साथ इंदिरा सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरे. इसी आंदोलन ने भारत में गैर-कांग्रेसी राजनीति को मजबूत बनाया और उसके मौजूदा स्वरूप की आधारशिला रखी.
तो इस एपिसोड में ओम पुरी की आवाज में जानिए, जेपी की संपूर्ण क्रांति की पूरी कहानी. और इतिहास के और भी कई अहम हिस्सों को जानने के लिए देखते रहिए 'आंदोलन'. हर शनिवार रात 10 बजे.