दिल्ली सरकार में संभावित भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद को बेनकाब करने वाली इंडिया टुडे की अकाट्य जांच के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी खंडन की मुद्रा में है. सत्तारूढ़ AAP ने बुधवार को किए गए एक्सपोज से सार्वजनिक तौर पर कन्नी काटने की कोशिश की. वह एक्सपोज जिसके केंद्र में मुख्यमंत्री के दिवंगत साढ़ू सुरेंद्र कुमार बंसल रहे. हालांकि सरकारी दस्तावेज दिखाते हैं कि निजी तौर पर केजरीवाल प्रशासन खुद सिविक प्रोजेक्टों को अंजाम देने में बंसल की अयोग्यता से अवगत था.
इंडिया टुडे की ओर से खोद कर निकाली गई आंतरिक रिपोर्ट दिखाती है कि किस तरह पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) ने खुद ही बंसल के स्वामित्व वाली कंपनी रेणु कंस्ट्रक्शन के काम को लाल झंडी दिखा दी थी. PWD के शीर्ष इंजीनियरों की ओर से भेजे गए नोट AAP की उस क्लीन चिट की खुद ही धज्जियां उड़ा देते हैं, जो बाकोली ड्रेन घोटाले में बंसल की कंपनी को दी गई.
इंडिया टुडे की पहुंच में ऐसे दस्तावेज हैं, जिनसे पता चलता है कि इंजीनियरों ने बीते साल दिल्ली के जहांगीरपुरी में रेणु कंस्ट्रक्शन की और से हाथ में लिए गए एक प्रोजेक्ट पर गंभीर सवाल उठाए थे. कॉन्ट्रेक्ट इलाके में एक नाले के पुनर्निर्माण से जुड़ा था, जिसे पूरा करने की 6 महीने की मियाद फरवरी 2017 में पूरी होनी थी.
PWD की आंतरिक रिपोर्ट में पढ़ा जा सकता है- 'काम रेणु कंस्ट्रक्शन की ओर से शुरू किया गया. इसके जारी रहने पर कुछ दोष वाला हिस्सा पकड़ में आने पर उसे खारिज कर दिया गया और एजेंसी (कंपनी) को इसकी जानकारी दी गई. ये दोष वाला हिस्सा अभी तक ठीक होना बाकी है. काम खत्म होने की अनुमानित तारीख 7 फरवरी 2017 थी. अभी तक 65 फीसदी काम ही पूरा हुआ है. काम अब भी जारी है.'
नोट में जोर देकर कहा गया है कि सुरेंद्र कुमार बंसल की कंपनी इस साल के शुरू में ड्रेनेज प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करने में नाकाम रही थी. 1.59 करोड़ रुपये के इस कॉन्ट्रेक्ट से जुड़े काम में इंजीनियरों ने कई खामियों को चिह्नित किया था.
रेणु कंस्ट्रक्शन पर एक और घातक फीडबैक के मुताबिक, PWD के विशेषज्ञों ने इंगित किया कि कंपनी ने एक दूसरे कॉन्ट्रेक्ट का काम तीन औपचारिक स्मरणपत्र भेजने के बावजूद शुरू नहीं किया. दस्तावेज दर्शाते हैं कि रेणु कंस्ट्रक्शन को देरी के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया. दस्तावेज में लिखा है- 'रेणु कंस्ट्रक्शन ने काम शुरू नहीं किया था, इसलिए 9 जनवरी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. इसमें 7 दिन के भीतर काम शुरू करने के लिए कहा गया था. लेकिन रेणु कंस्ट्रक्शन ने न तो कोई जवाब दिया और न ही साइट पर काम शुरू किया.'
इस बीच, एंटी करप्शन अधिकारियों ने गुरुवार को उत्तर पश्चिम दिल्ली में PWD दफ्तर पर छापा मारा. ये कार्रवाई राष्ट्रीय राजमार्ग 44 से लगते बाकोली गांव में बंसल के संदिग्ध फर्जीवाड़े पर इंडिया टुडे पर स्टोरी दिखाए जाने के एक दिन बाद की गई.
इंडिया टुडे नेटवर्क की चुभती जांच से परेशान AAP कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग पर गुरुवार को प्रदर्शन के दौरान इंडिया टुडे के टीम सदस्यों को तंग किया . पहले से परेशानियों में घिरी AAP पर संदिग्ध भाई-भतीजावाद और भ्रष्टाचार पर स्टोरी के टेलीकास्ट के बाद दबाव और बढ़ गया है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने ही दिल्ली सरकार पर कड़ा प्रहार किया है. साथ ही घोटाले की जांच की मांग की है, जिसमें सत्येंद्र जैन का पीडब्लूडी विभाग और केजरीवाल के दिवंगत साढ़ू का नाम जुड़ा है.