आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने केरल की नर्सों पर दिए अपने विवादित बयान पर माफी मांग ली है. उनके 6 साल पुराने बयान पर बवाल खड़ा हो गया था. इस बयान के हवाले से बीजेपी और कांग्रेस दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी पर तीखे हमले कर रहे थे.
अपने बयान पर सफाई देते हुए कुमार विश्वास ने कहा कि उन्होंने वह बात एक कवि सम्मेलन में कही थी, उसका कोई सियासी मकसद नहीं था. अगर किसी को ठेस पहुंची हो तो मैं माफी मांगता हूं.
कुमार फिलहाल अमेठी में राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. उन पर एक और कवि सम्मेलन में मुस्लिम धर्मगुरु पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप भी लगा था, लेकिन अमेठी में अपनी पहली रैली में उन्होंने बयान पर माफी मांग ली थी.
कुमार के बयान पर बीजेपी और कांग्रेस की सियासत से इतर दक्षिण भारतीय नर्सों में भारी गुस्सा था. बेंगलुरु में नर्सों ने सड़क पर कुमार विश्वास के खिलाफ प्रदर्शन भी किया था. वहीं केरल के मुख्यमंत्री ने अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर कुमार विश्वास से माफी मंगवाने को कहा था. महिला संगठनों ने आम आदमी पार्टी पर ही महिला विरोधी होने का आरोप मढ़ दिया था. विवाद बढ़ता देख कुमार ने माफी मांगने में ही भलाई समझी.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बरखा शुक्ला ने इस मामले में AAP नेता कुमार विश्वास के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने नर्सों से अपील की कि वे एकजुट हों और कुमार के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाएं.
हाल ही में इसी बयान की वजह से आम आदमी पार्टी के कोच्चि दफ्तर पर हमला भी हुआ था. मामले पर AAP के भीतर से ही प्रतिरोध की आवाजें उठने लगी थीं. पिछले हफ्ते ही AAP ज्वॉइन करने वाली मशहूर मलयाली लेखक सारा जोसेफ ने भी कुमार विश्वास के बयान पर विरोध जताया था. उन्होंने कहा था, 'यह निंदनीय है. मैं इसके खिलाफ हूं. मैं उम्मीद करती हूं कि आप नेतृत्व मामले पर सफाई देगा.'