दिल्ली में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले आम आदमी पार्टी की अंदरूनी खींचतान अब सतह पर उभरने लगी है. पार्टी के एक पूर्व विधायक ने गंभीर आरोप लगाते हुए इस चुनाव में AAP के टिकट पर चुनाव न लड़ने का ऐलान किया है.
भंग हो चुकी विधानसभा में दिल्ली के तिमारपुर से AAP के विधायक रह चुके हरीश खन्ना ने चुनाव से ठीक पहले सियासत में और गरमाहट पैदा कर दी है. हरीश खन्ना ने आरोप लगाया है पार्टी में सारे फैसले केवल कुछ लोग ही ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे इस तरह के रवैए से काफी निराश हैं.
हरीश खन्ना यह तो कह रहे हैं कि वे AAP के टिकट पर चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन उन्होंने यह भी साफ कर दिया है कि वे पार्टी नहीं छोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि वे पार्टी में रहकर इसके लिए काम करते रहेंगे.
AAP से जुड़े कई नेता पहले भी पार्टी के अंदरूनी लोकतंत्र को लेकर सवाल उठा चुके हैं. उनमें से कई तो सीधे-सीधे पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल पर उंगली उठाते हुए कह चुके हैं कि सारे फैसले वे और उनके करीबी तीन-चार लोग ही लेते हैं.
बहरहाल, सभी बड़ी पार्टियां दिल्ली चुनाव में किले फतह करने के लिए कमर कस रही हैं. लेकिन इस तरह की घटनाएं AAP के लिए यकीनन चिंता का सबब बन सकती हैं.