पंजाब में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश यादव को पंजाब पुलिस ने दिल्ली के वसंत कुंज से रविवार शाम को गिरफ्तार कर लिया. पंजाब पुलिस की टीम सुबह से ही आप विधायक को गिरफ्तार करने के लिए यहां पहुंची हुई थी. यादव खुद पार्टी के वसंत कुंज ऑफिस में सरेंडर करने पहुंचे थे. गिरफ्तारी से पहले यादव ने आज तक से बातचीत में कहा कि अगर मैं गलत हूं तो मुझे फांसी दे दो.
आप विधायक नरेश यादव की गिरफ्तारी के बाद एसपी संगरूर जसकीरत सिंह तेजा ने कहा कि नरेश यादव के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं. आरोपी विजय ने मालेरकोट मामले में नरेश की भूमिका बताई थी। इनके फोन रिकॉर्ड भी इस बात को साबित करते हैं जेल जाने के बाद विजय ने 164 के बयान में फिर नरेश यादव का नाम लिया। हमने कानूनी तौर पर गिरफ्तार किया है। सोमवार को संगरूर में कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगेंगे.
नरेश यादव ने कहा, 'मालेरकोटला में जब मेरा नाम आया तो मैं जांच के लिए वहां गया. हम डीजीपी से मिले और बताया कि इस मामले में दूर-दूर तक मेरा कोई लेना-देना नहीं है. मैं पजाब में सहप्रभारी का काम कर रहा हूं इसलिए बादल सरकार घबरा गई है.' यादव ने कहा कि कुरान की बेअदबी से लेकर मैंने कोई शब्द नहीं कहा है. हमारे महरौली में भी सभी धर्म के लोग साथ में रहते हैं.
यादव ने कहा, 'एसएसपी साहब को कहकर आया था. इस बार भी फोन कर देते तो मैं खुद आ जाता. हम बीजेपी और कांग्रेस की राजनीति वाले नहीं है. मुझे न्याय प्रणाली में पूरा विश्वास है. जांच में जो पूछा जाएगा उसके लिए मैं तैयार हूं.'
We will produce him (AAP MLA Naresh Yadav) before the Court, tomorrow: SP (D) Jaskaran Singh pic.twitter.com/ql8aXmBXKi
— ANI (@ANI_news) July 24, 2016