आप सांसद भगवंत मान की मुश्किलें कम होती नहीं दिखाई दे रही हैं. संसद की विडियोग्राफी मामले में भगवंत मान गुरुवार को संसदीय जांच समिति के सामने पेश हुए. लगभग डेढ़ घंटे तक समिति के सामने मान ने अपनी सफाई दी लेकिन समिति को उनकी दलीलें प्रभावित नहीं कर पाईं. इसलिए सोमवार को उन्हें दोबारा पेश होने को कहा गया है.
दरअसल कमेटी के सदस्यों ने पेशी के दौरान मान की तरफ से बार-बार पीएम, पठानकोट और आईएसआई का जिक्र किए जाने पर आपत्ति जताई. कमेटी का कहना है कि यह मामला उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है. कमेटी ने मान को ये भी कहा कि वो संसद या समिति को हल्के में बिल्कुल ना लें.
इससे पहले भगवंत मान ने गुरुवार की सुबह पूरे मामले पर समिति को लिखित सफाई भी दी जिसमें उन्होंने अपनी हरकत के लिए बिना शर्त माफी तो मांगी लेकिन प्रधानमंत्री का जिक्र करना नहीं भूले. साथ ही मान ने अपने बचाव में ऐसे कई पुराने उदाहरण दिए जिसमे सांसदों ने संसद की सुरक्षा को ठेस पहुंचाई. मान ने लिखा कि उनकी कोशिश संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने की नहीं थी इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई को खत्म किया जाए.
भगवंत मान से पहले जांच समिति ने बुधवार को दिल्ली पुलिस और संसद की सुरक्षा में लगी एजेंसियो से भी बातचीत की थी. जिसमे भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के उपाय भी पूछे गए. समिति जल्द ही अपनी रिपोर्ट स्पीकर को सौंपेगी.