दिल्ली विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक प्रदर्शन कर सरकार बनाने की दहलीज पर खड़ी आम आदमी पार्टी (आप) ने यूपीए सरकार की ओर से संसद में पेश किए गए लोकपाल विधेयक को रविवार को खारिज कर दिया. पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा मौजूदा सरकारी लोकपाल से मंत्री तो क्या चूहा भी जेल नहीं जाएगा. मैं इस लोकपाल बिल पर अन्ना के समर्थन से दुखी हूं, शायद उन्हें पूरी बात नहीं पता है, कभी मिलूंगा तो बताऊंगा. अन्ना जी का स्वस्थ रहना देश के लिए जरूरी है.'
केजरीवाल ने कहा, 'यह विधेयक कमजोर है और इससे भ्रष्टाचार नहीं रुकेगा, बल्कि यह भ्रष्ट लोगों को बचाने का काम करेगा.
आप सदस्य प्रशांत भूषण ने कहा, 'इस लोकपाल विधेयक में लोकायुक्तों के गठन का प्रावधान नहीं है, इसमें खुलासा करने वालों की हिफाजत करने का प्रावधान नहीं है, और यह सरकार से मुक्त नहीं है.'
प्रशांत भूषण ने कहा, 'यदि यह विधेयक भ्रष्टाचार रोकने में असमर्थ है तो फिर इसे पारित करने का क्या मतलब है?' उन्होंने कहा कि यह सिर्फ भ्रष्ट लोगों को बचाएगा.
आप नेता अरविंद केजरीवाल ने इस बीच कहा कि इस विधेयक में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को आजादी नहीं दी गई है.
केजरीवाल ने कहा, 'वे इस विधेयक में सीबीआई को स्वतंत्र नहीं कर रहे हैं. यदि सीबीआई स्वतंत्र हो जाए तो प्रधानमंत्री भी 2जी या कुछ अन्य घोटालों में जेल जा सकते हैं.'
लोकपाल विधेयक लोकसभा में पारित हो चुका है और राज्यसभा की प्रवर समिति ने उसमें काफी संशोधन किए, और शुक्रवार को इस विधेयक को बहस के लिए राज्यसभा में पेश किया गया. राज्यसभा में विधेयक पारित हो जाने के बाद मंजूरी के लिए उसे लोकसभा में भेजा जाएगा.
सरकार ने कहा है कि वह विधेयक को इसी सत्र में पारित करने के लिए बचनबद्ध है. संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को समाप्त हो रहा है.
अन्ना का पलटवार
आम आदमी पार्टी पर अन्ना ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल बगैर पढ़े लोकपाल बिल पर बोल रहे हैं. मेरे आंदोलन से ये बिल आया है. जो कमी रह गई उसके लिए आम आदमी पार्टी आंदोलन करे. उन्होंने कहा ये बिल अच्छा है इसलिए समर्थन दे रहा हूं, ये इसी सत्र में पास होना चाहिए, अधिकतर पार्टियां भी इस बिल पर राजी हैं.