आम आदमी पार्टी ने अपने वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को आखिरकार राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) से बाहर कर दिया है. बताया जा रहा है कि दोनों ने पार्टी का यह फैसला मंजूर कर लिया है. साथ ही योगेंद्र यादव को प्रवक्ता पद से भी हटा दिया गया है. सूत्र बता रहे हैं कि उन्हें महाराष्ट्र के संयोजक पद का प्रस्ताव दिया गया है.
बुधवार को दिल्ली के कापसहेड़ा में पार्टी की 6 घंटे तक चली राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बहुमत से यह फैसला लिया गया. बताया जा रहा है कि योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पीएसी से हटाए जाने के खिलाफ 8 लोगों ने वोट डाला. वहीं कार्यकारिणी ने अरविंद केजरीवाल का संयोजक पद से इस्तीफा एक बार फिर नामंजूर कर दिया है.
AAP National Executive meet: 8 members of the PAC voted in favor of Prashant Bhushan and Yogendra Yadav, and 11 against them.
— ANI (@ANI_news) March 4, 2015
बैठक के बाद वरिष्ठ AAP नेता कुमार विश्वास ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सभी साथियों ने यह संकल्प जारी किया कि सब पार्टी के साथ हैं और सब एकजुटता के साथ काम करेंगे. पार्टी ने मिशन विस्तार और अनुशासन संबंधी मुद्दों पर भी बातचीत की. कार्यकारिणी ने यह प्रस्ताव भी पास किया कि योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पीएसी से मुक्त करके नई जिम्मेदारियां दी जाएं जो बाद में तय की जाएंगी. किसी व्यक्तिगत मतभेद के चलते कोई किसी से अलग नहीं है. अरविंद का इस्तीफा राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने नामंजूर कर दिया है. उन्हें सूचना दे दी गई है.'बॉलीवुड अभिनेता और बीजेपी सांसद परेश रावल ने भी AAP की कलह पर चुटकी ली है. उन्होंने ट्विटर पर लिखा है, 'बिजली पानी माफ, भूषण यादव साफ'.
Bijli paani half , Bhushan Yadav saaf !!!
— Paresh Rawal (@SirPareshRawal) March 4, 2015
पार्टी की मैराथन बैठक के बाद प्रशांत भूषण ने मीडिया से कहा, 'जो भी फैसला लिया गया है वह बहुमत से लिया गया है. उसमें इतना है कि मैं और योगेंद्र यादव अब पीएसी के सदस्य नहीं रहेंगे. बाकी चीजें आपको अधिकृत प्रवक्ता आकर बता देंगे.' मुंबई के AAP नेता मयंक गांधी ने कहा कि वह पार्टी को एकजुट रखने का वादा पूरा नहीं कर सके और इसके लिए माफी मांगते हैं.
योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पीएसी से निकाले जाने के खिलाफ कार्यकारिणी के इन सदस्यों ने किया वोट:
1. क्रिस्टीना सामी
2. राकेश सिन्हा
3. अजीत झा
4. प्रशांत भूषण
5. योगेंद्र यादव
6. आनंद कुमार
7. सुभाष वारे
8. आशावंत
नहीं टूटनी चाहिए लोगों की आशा: योगेंद्र
बैठक के बाद योगेंद्र यादव ने पत्रकारों से कहा, 'मुझे केवल इतना ही कहना है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बहुमत से जो फैसला हुआ है उसकी आधिकारिक घोषणा आधिकारिक प्रवक्ता करेंगे. मैं घोषणा करने के लिए अधिकृत नहीं हूं. मैं केवल इतना कहना चाहता हूं कि AAP इस देश के हजारों कार्यकर्ताओं के खून-पसीने से बनी पार्टी है. ये पार्टी देश में न जाने कितने लोगों की आशा का पुंज है और चाहे जो हो, यह आशा नहीं टूटनी चाहिए. मैं पार्टी के एक अनुशासित कार्यकर्ता की तरह पार्टी जो आदेश देगी और जो भूमिका देगी, उसे निभाने के लिए तैयार हूं.'
घर के अंदर घमासान से जूझ रही आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुधवार दोपहर शुरू हुई थी और रात करीब 8 बजे खत्म हुई. इस बैठक से ठीक पहले अरविंद केजरीवाल ने चिट्ठी भेजकर पार्टी के संयोजक पद से इस्तीफा दे दिया है. इसी बैठक में अरविंद के इस्तीफे पर आखिरी फैसला किया जाएगा और अनुशासनात्मक कमेटी का गठन भी किया जाएगा.
बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल शामिल नहीं हैं. वह खांसी और ब्लड शुगर का इलाज करवाने बंगलुरु में हैं. जबकि पहले-पहल इनकार के बाद प्रशांत भूषण अब इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं. प्रशांत मंगलवार को कांगड़ा से दिल्ली वापस आ गए हैं. इससे पहले उन्होंने निजी व्यस्तता की बात कहकर चिट्ठी लिखकर बैठक की तारीख बढ़ाने की मांग की थी.
योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर अरविंद केजरीवाल को पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के पद से हटाने की मुहिम छेड़ने का आरोप है. AAP नेता संजय सिंह ने कहा कि वरिष्ठ नेताओं के बयान से कार्यकर्ताओं में निराशा फैलती है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इस बाबत फैसला किया जाएगा.
आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मतदान का अधिकार रखने वाले सभी 21 सदस्य हैं, लेकिन केजरीवाल की अनुपस्थिति में 20 सदस्य बैठक में मौजूद रहेंगे. आशुतोष, कुमार विश्वास और संजय सिंह समेत सभी 'आप' नेताओं ने उम्मीद जताई है कि बैठक में ऐसा फैसला लिया जाएगा, जो कार्यकर्ताओं और पार्टी नेताओं के लिए एक संदेश होगा.