आम आदमी पार्टी ने लोकसभा में अपने 4 में से दो सांसदों को निलंबित कर दिया है. धर्मवीर गांधी और हरिंदर खालसा को पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया गया है. इनपर पार्टी की छवि धूमिल करने का भी आरोप लगाया गया है.
पीएसी में हुआ फैसला
आम आदमी पार्टी की राजनीति मामलों की समिति की बैठक में ये फैसला लिया गया. इन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया है और आगे की कार्रवाई के लिए मामला अनुशासन समिति को रेफर कर दिया गया है.
पंजाब चुनावों की तैयारी में पार्टी
पिछले साल हुए लोकसभा चुनावों में पार्टी को केवल पंजाब में 4 सीटें मिली थीं. 2017 में पंजाब में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और आम आदमी पार्टी पंजाब में पूरी तैयारी के साथ चुनाव लड़ने की योजना में है. ऐसे में पंजाब से आने वाले दो सांसदों को निलंबित करने के फैसले से राज्य में अंदरूनी राजनीति चरम पर पहुंचने की अटकलों को बल मिला है.
अनुशासन समिति करेगी फैसला
अब इन दोनों सांसदों के मामलों पर तीन सदस्यीय अनुशासन समिति फैसला करेगी. इस समिति में दिलीप पांडे, पंकज गुप्ता और दीपक वाजपेयी हैं. इन दोनों सांसदों पर पार्टी के अंदर आंतरिक गुटबाजी और समानांतर व्यवस्था बनाकर प्रक्रिया को बाधित करने का आरोप लगाया गया है. कई मुद्दों पर इन दोनों नेताओं ने खुलेआम असहमति जताई थी.
कुछ भी गलत नहीं किया: धर्मवीर गांधी
निलंबन के बाद धर्मवीर गांधी ने कहा- 'मैंने कोई गलत फैसला नहीं किया. पंजाब को दिल्ली से कंट्रोल किया जा रहा है. ये गलत है मैं इसका विरोध करूंगा'
पार्टी टूट गई: प्रशांत भूषण
पार्टी से निकाले गए प्रशांत भूषण ने भी इसपर ट्वीट किया और कहा कि ये साफ तौर पर एक और टूट है.
Suspension of MPs Dharamvir Gandhi and Khalsa by AAP shows vertical split in Punjab and no tolerance for honesty and dissent in the party.
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) August 29, 2015
If AAP can't tolerate selfless and committed Patriots like Dr Dharamvir Gandhi, there is clearly no space for honesty and dissent left there
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) August 29, 2015