इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने आरुषि-हेमराज हत्याकांड मामले में गुरुवार को एक महत्वपूर्ण फैसले में सीबीआई की विशेष अदालत का निर्णय रद्द करते हुए राजेश तलवार और नुपुर तलवार को निर्दोष करार दिया. आज दोनों की रिहाई की होगी.
देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी सीबीआई ने आरुषि केस को कैसे मारा इसे समझने के लिए कुछ सवालों को समझना जरूरी है. सवालों को इसलिए कहा क्योंकि इनके जवाब में सीबीआई शुरू से बस कहानी सुनाती रही. जवाब या सबूत नहीं दे पाई और आखिर में इस पूरे केस में सीबीआई की सबसे कमजोर कड़ियां यही साबित हुईं, जिसका जिक्र अपने फैसले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने भी किया.
लेकिन अब तक इन सवालों के जवाब नहीं मिले...
- आरुषि के क़त्ल का मक़सद क्या था?
- क्या आरुषि और हेमराज का क़त्ल एक ही कमरे में हुआ?
- दोनों क़त्ल के लिए किस हथियार का इस्तेमाल हुआ?
- क्या हेमराज की लाश छत तक चादर में घसीट कर ले जाई गई?
- आरुषि के कमरे से खून के निशान क्यों नहीं मिले?
- अगर कमरे और चादर साफ किए गए तो गद्दे पर खून के निशान क्यों नहीं मिले?
- क्या गोल्फ स्टिक घुमाने के लिए आरुषि के कमरे में जगह थी?
- क्या गोल्फ स्टिक से इतना गहरा घाव हो सकता है?
- हेमराज के कमरे में शराब की बोतल और तीन ग्लास का राज़ क्या है?
- जिस कूलर के पैनल से छत पर हेमराज की लाश ढकी गई वो पैनल कहां है?
तलवार दंपत्ति ने ये तमाम सवाल सीबीआई की विशेष अदालत में तब भी उठाए थे और सीबीआई की जांच पर तब भी उंगली उठी थी. आसान तरीके से समझाने के लिए आइए अब आपको इन सवालों के ही ज़रिए तलवार दंपत्ति के वकीलों के उठाए सवाल सुनाते हैं, जो सीधे सीबीआई की जांच पर उगली उठाते हैं.
सवाल नंबर-1
आरुषि के बेड या तकिए पर हेमराज के खून के निशान नहीं मिले, यानी हेमराज को आरुषि के कमरे में नहीं मारा गया?
सवाल नंबर-2
सीढ़ियों पर मिले खून के निशान से बस यही पता लगा कि हेमराज को कहीं और मारा गया, लेकिन कहां नहीं मालूम?
सवाल नंबर-3
क्या हेमराज की लाश दो लोग छत तक घसीट कर ले जा सकते थे?
सवाल नंबर-4
डाक्टर तलवार के कपड़ों पर सिर्फ आरुषि के खून के निशान मिले, हेमराज के नहीं?
सवाल नंबर-5
आरुषि या हेमराज को अगर अचानक मारा गया तो उसकी क्या वजह थी?
सवाल नंबर-6
आला-ए-क़त्ल अभी तक बरामद नहीं हुआ?
सवाल नंबर-7
खाने के टेबुल से बरामद स्कॉच की बोतल पर जो उंगलियों के निशान मिले उनकी पहचान नहीं हो पाई?
सवाल नंबर-8
कॉलोनी का गार्ड रात को गश्त पर होता है. लिहाजा आने-जाने वालों के बारे में उसका बयान भरोसे लायक नहीं है?
सवाल नंबर-9
डाक्टर राजेश और नुपुर तलवार पर किए गए साइंटिफिक टेस्ट से उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला?
सवाल नंबर-10
तलवार दंपत्ति आरोपी हैं या पीड़ित?
इसके अलावा केस में जो सबसे कमज़ोर कड़ी रही वो ये कि सीबीआई आखिर तक ये साबित नहीं कर पाई कि 15-16 मई की रात जलवायु विहार के फ्लैट नंबर एल-32 यानी डाक्टर तलवार के घर सर्फ चार लोग ही थे. दो जिंदा यानी डाक्टर राजेश और नुपुर तलवार और दो मुर्दा यानी आरुषि और हेमराज. उस रात घर से बाहर कोई निकला या घर के अंदर कोई और आया इसका ना कोई सबूत है ना गवाह.