आरुषि तलवार के माता-पिता ने विशेष सीबीआई अदालत के समक्ष याचिका दायर करके उन दस्तावेजों की मांग की जिसे एजेंसी ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट के साथ अदालत को सौंपा था. आरुषि की करीब ढाई साल पहले नृशंस हत्या कर दी गई थी.
तलवार परिवार के वकील सतीश टम्टा ने कहा कि अदालत ने भी सीबीआई से कहा है कि वे फोटोकॉपी के स्थान पर कल तक मूल दस्तावेज सौंपे. सीबीआई ने इससे पहले अदालत को दस्तावेजों की प्रतिलिपि सौंपी थी.
टम्टा ने कहा, ‘हमने उन दस्तावेजों की प्रति देने के लिए याचिका दायर की है जिसे सीबीआई ने गत सात जनवरी को अदालत को सौंपा था. अदालत ने भी सीबीआई को मूल दस्तावेज सौंपने को कहा है क्योंकि उन्होंने पहले दस्तावेजों की प्रतिलिपि सौंपी थी.’
अदालत ने इससे पहले सीबीआई को आदेश दिया था कि वह राजेश और नुपुर तलवार को इस मामले को बंद करने के लिए उसकी ओर से दायर की गई रिपोर्ट की एक प्रति सौंपें. रिपोर्ट उसी दिन तलवार दंपति को सौंप दी गई थी.
मामले को बंद करने के संबंध में अपनी रिपोर्ट में सीबीआई ने राजेश तलवार को मुख्य संदिग्ध के तौर पर दर्शाया है लेकिन कहा है कि उसके पास उनके खिलाफ आरोप पत्र दायर करने के लिए अपर्याप्त सबूत हैं. सीबीआई के निष्कर्षों को राजेश और नुपुर तलवार ने खारिज कर दिया था.
गौरतलब है कि 16 मई 2008 को 14 वर्षीय आरुषि अपने कमरे में मृत पाई गई थी. उसकी गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. तलवार परिवार के घरेलू नौकर हेमराज का भी अगले दिन घर की छत पर शव पाया गया था.
अदालत ने तीन जनवरी को जांच एजेंसी को अगली सुनवाई के दौरान जांच के लिए मामले की केस डायरी पेश करने का निर्देश दिया था.