भारतीय वायुसेना के जवान विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को उनके अदम्य साहस के लिए भारत सरकार की ओर वीर चक्र दिया जा सकता है. भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक से बौखलाए पाकिस्तान ने 27 फरवरी को भारत के हवाई क्षेत्र का अतिक्रमण किया था, जिसको भारतीय वायुसेना ने असफल कर दिया था. भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के लिए पाकिस्तान के 24 लड़ाकू विमान आए थे, लेकिन भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान के शौर्य के आगे नहीं टिक पाए.
समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक अभिनंदन के साथ ही पाकिस्तान के खैबर-पख्तूनख्वा प्रांत में जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर मिराज-2000 युद्धक विमानों से बमबारी करने वाले पांच पायलटों को भी वायु सेना मेडल दिया जा सकता है.
भारतीय वायु सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक वीरता पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं की अंतिम सूची को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से 14 अगस्त को मंजूरी दी जाएगी.
पाकिस्तान ने अत्याधुनिक एफ-16 विमानों का इस्तेमाल भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की थी. वहीं विंग कमांडर अभिनंदन मिग-21 से पाकिस्तान का जवाब दे रहे थे.
अदम्य साहस का परिचय देते हुए विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान ने पाकिस्तान के एफ-16 विमान की धज्जियां उड़ा दीं, वहीं भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान मिग-21 भी हादसे का शिकार हो गया था. विंग कमांडर अभिनंदन पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाके में पहुंच गए थे.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक विंग कमांडर अभिनंदन को वीर चक्र का पदक दिया जा सकता है. विंग कमांडर अभिनंदन करीब 60 घंटे पाकिस्तान में रहे, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत के दबावों के चलते पाकिस्तान उन्हें वापस भेजने पर मजबूर हो गया.
14 फरवरी को केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) जवानों के काफिले पर हुए आत्मघाती हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. जिसके जवाब में भारत ने भी बालाकोट एयर स्ट्राइक की थी जिसमें जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकी ठिकाने तबाह हो गए थे.
परम वीर चक्र, महा वीर चक्र के बाद वीर चक्र भारत का तीसरा सबसे बड़ा सैन्य पुरस्कार है. युद्ध के क्षेत्र में अदम्य साहस का परिचय देने पर इस पदक से सम्मानित किया जाता है.
पाकिस्तान से लौटने के बाद एक के बाद एक कई मेडिकल टेस्ट से अभिनंदन को गुजरना पड़ा था. पाकिस्तान से लौटने के बाद श्रीनगर एयरबेस में कुछ दिनों के लिए तैनात थे. जिसके बाद उन्हें दूसरी जगह मूव कर दिया गया था. फिलहाल वे प्रशासनिक सेवाओं में लगे हैं.