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केजरीवाल सरकार के दवा घाेटाले के मामले में ACB ने श‍िकंजा कसा

दवा घोटाले की जांच पर एसीबी की छापेमारी दिल्ली सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा की ओर से दवा घोटाले के आरोपों पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने जांच शुरु कर दी है

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कपिल मिश्रा ने लगाया था आरोप
कपिल मिश्रा ने लगाया था आरोप

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एसीबी की टीम सेंट्रल प्रॉकरमेंट एजेंसी (CPA) के हेड ऑफिस मे पूछताछ के लिए जल्द ही पहुंचेगी. CPA के तीन वेयर हाउस पर कल एसीबी ने सर्च ऑपरेशन किया था और वहा से दवाओं के सैंपल और रिकॉर्ड भी बरामद किये थे.

दवा घोटाले की जांच पर एसीबी की छापेमारी
दिल्ली सरकार के पूर्व कैबिनेट मंत्री कपिल मिश्रा की ओर से दवा घोटाले के आरोपों पर एंटी करप्शन ब्यूरो ने जांच शुरु कर दी है. इस संबंध में एसीबी ने गुरुवार को एक साथ तीनों जगहों पर छापेमारी की यह तीनों दवाइयों के गोदाम बताए जा रहे हैं. इनमें वह दवाइयां भी रखी हुई हैं, जिनको लेकर कपिल मिश्रा ने 300 करोड़ के दवा घोटाले का आरोप लगाते हुए एसीबी में शिकायत दर्ज कराई थी. सूत्रों का कहना है कि एसीबी की टीम दवाइयों के तमाम सैंपल को जांच के लिए अपने साथ लेकर गई है. कुछ दस्तावेजों को भी जब्त किया गया है.

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सूत्रों की मानें तो जांच के दौरान टीम को एक्सपायरी डेट की दवाइयां भी मिली थीं. कपिल मिश्रा का आरोप है कि दवाइयों और एंबुलेंस की खरीद के साथ अधिकारियों के तबादले में भी घोटाला किया गया. जो दवाएं अस्पतालों में भेजनी चाहिए थी, वो गोदामों में सड़ रही हैं. तरुण सीम को 100 करोड़ की दवाई खरीदने की छूट दी गई. कपिल ने केजरीवाल, तरुण सीम और सत्येंद्र जैन पर आरोप लगाते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में नियम-कानून तोड़कर 30 एमएस की नियुक्ति सत्येंद्र जैन ने की और जूनियरों को एमएस का पद दिया गया. इन मामलों में एलजी के सीधे हस्तक्षेप की जरूरत है.

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