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फूड पार्क:बालकृष्ण का योगी सरकार पर निशाना- UP में काम नहीं, धींगा-मस्ती हो रही

पतंजलि कंपनी के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने आजतक की एंकर अंजना ओम कश्यप से फोन पर बात करते कहा, यूपी में केवल धींगा-मस्ती हो रही है, काम नहीं हो रहा.

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आचार्य बालकृष्‍ण
आचार्य बालकृष्‍ण

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पतंजलि ने अपने मेगा फूड पार्क को उत्तर प्रदेश से बाहर शिफ्ट करने का ऐलान किया है. ये फूड पार्क यूपी के नोएडा में बन रहा था. पतंजलि कंपनी के एमडी आचार्य बालकृष्ण ने आजतक की एंकर अंजना ओम कश्यप से बात की और कहा, 'यूपी में केवल धींगा-मस्ती हो रही है, काम नहीं हो रहा. इस लिए फूड पार्क को शिफ्ट कर रहे हैं.' पढ़ें, आचार्य बालकृष्ण ने क्‍या कहा...

अंजना ओम कश्यप का सवाल: फूड पार्क क्‍यों शिफ्ट कर रहे हैं?

आचार्य बालकृष्‍ण का जवाब: 'हम चाहते थे भगवान राम कृष्‍ण की भूमि के लिए बड़ा काम करें. किसानों के लिए बड़ा काम करें. इसके लिए केंद्र सरकार का फूड प्रॉसेसिंग मंत्रालय ने हमें सहयोग भी दिया. इसके लिए पेपर फॉर्मेलिटी होनी होती है. हमने यूपी सरकार से रिक्‍वेस्‍ट की कि हमारी पेपर फॉर्मेलिटी पूरी करा दें, लेकिन उन्‍होंने पूरा नहीं किया. हमने साइट पर बड़े पैमाने पर काम शुरू भी कर दिया था. लेकिन यूपी सरकार की उदासीनता की वजह से फूड पार्क का समय निकल गया. इस वजह से हमने तय किया कि अब हम काम नहीं करेंगे. अब भगवान हमें जहां ले जाएगा वहां काम करेंगे.'

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सवाल: BJP अध्‍यक्ष बीते दिन बाबा रामदेव के पास गए थे तो फूड पार्क को लेकर बात क्‍यों नहीं की? कनेक्शन में कहां दिक्‍कत है?

जवाब: 'योगी जी से कई बार बाबा रामदेव मिल चुके हैं, बात कर चुके हैं. ये यूपी के विकास की बात थी. हमने पूरा पेमेंट देकर जमीन ली थी. पिछली सरकार ने बहुत तेजी से काम किया था. अमित शाह जी से पहले भी मुलाकात होती रही है, लेकिन हमने कभी किसी कार्य को राजनीतिक रूप से नहीं कराया.'

सवाल: आप बहुत गंभीर आरोप योगी आदित्‍यनाथ पर लगा रहे हैं. क्‍या उपचुनाव में हार की वजह से आपको भी एक मौका मिल गया है योगी को घेरने का?

जवाब: 'नहीं, ऐसा नहीं है. योगी जी का हम सम्‍मान करते हैं. उनके विचार का भी हम सम्‍मान करते हैं. बात सिर्फ काम की है. सरकार के जो भी नुमाइंदे हैं उन्‍होंने काम नहीं किया तो हम फूड पार्क शिफ्ट कर रहे हैं. उन्‍होंने कार्य नहीं किया ये सच बात है. आप हमारी फाइलों के बारे में पता करें. पता करेंगे तो पता चलेगा कि सरकार काम नहीं कर रही सिर्फ धींगा-मस्ती हो रही है.'

1666.80 करोड रुपये की परियोजना

बता दें, इस परियोजना की लागत 1666.80 करोड रुपये थी. ये फूड पार्क 455 एकड़ में बनना था. बाबा रामदेव के मुताबिक, इस फूड पार्क से 8000 से अधिक लोगों को सीधा रोजगार और 80 हजार लोगों को परोक्ष रोजगार मिलता. अखिलेश यादव ने मुख्‍यमंत्री रहते हुए इस फूड पार्क की आधारशिला रखी थी.

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