देश में किसानों की आत्महत्या के मामलों में 2014 में 26 प्रतिशत बढ़कर 1109 हो गई, जिसमें से अधिकांश मौत के मामले महाराष्ट्र से आए हैं.
लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कृषि राज्य मंत्री मोहनभाई कुंदरिया ने बताया कि 1109 मामलों में महाराष्ट्र से 986 मामले आए, 84 मामले तेलंगाना और 29 मामले झारखंड से आए.
उन्होंने बताया कि 2013 में किसानों की आत्महत्या के 879 मामले सामने आए थे जबकि 2012 में किसानों की आत्महत्या के 1046 मामले सामने आए. मंत्री ने कहा कि राज्य सरकारों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, किसानों की आत्महत्या के कई कारण है जिनमें फसल नष्ट होना, सूखा, सामाजिक आर्थिक कारण और निजी कारण शामिल हैं.