गुजरात में पटेलों के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हार्दिक पटेल ने अपना आंदोलन और तेज करने की चेतावनी दी है. हार्दिक ने मांग रखी है कि मंगलवार को पटेलों पर लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ अगले 36 घंटे के भीतर कार्रवाई की जाए. उन्हें सस्पेंड किया जाए वरना आंदोलन को जिला और ब्लॉक स्तर पर ले जाएंगे
हार्दिक ने सीधे केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा
कि आतंकियों को तो बिरयानी खिलाई जाती है और हम जब अपने हक की लड़ाई लड़ते हैं तो हम लाठियां बरसाई जाती हैं. अब हम अपनी लड़ाई गांव-गांव तक लेकर जाएंगे.
अब भगत सिंह के नक्शे कदम पर चलेंगे
हार्दिक ने कहा कि अभी तक हम महात्मा गांधी और सरदार पटेल के
बताए रास्ते पर चल रहे थे. हमारी बात नहीं सुनी गई. लेकिन अब हम भगत सिंह के नक्शे कदम पर चलेंगे.
गुजरात के कई शहरों में फैली हिंसा
पटेल रैली के बाद मंगलवार शाम हार्दिक को हिरासत में लेने के बाद गुजरात के कई शहरों में पटेलों ने तोड़फोड़ और
आगजनी की. दर्जनभर थाने और 16 बसों को आग लगा दी. केंद्र ने हालात पर काबू पाने के लिए 5000 अर्द्धसैनिक बल भेजे
हैं.
'जो अपना घर नहीं बचा सका, वो देश क्या बचाएगा'
हार्दिक ने कहा कि रजनी पटेल की इस सरकार में नहीं चलती. जो गृहराज्य मंत्री अपना घर जलने से नहीं बचा सकता, वो देश कैसे बचाएगा? मैं लोगो से अपील करता हूं कि हिंसा का मार्ग न अपनाएं और शांति का माहौल बनाने में मदद करें।
इसलिए भड़की हिंसा
हार्दिक ने कहा, 'आंदोलनकारी शांति से घर चले गए थे. लेकिन कल आई भीड़ से सरकार डर गई. रात को पुलिस ने प्लानिंग कर लाठियां बरसाई. घर में घुसकर बच्चों और महिलाओं को मारा. सरकार ने आंदोलन को दबाने की कोशिश की है. आंदोलन बरकरार रहेगा.'
हिंसा की जिम्मेदार सरकार
हार्दिक ने राज्य सरकार को खुली चेतावनी देते हुए कहा कि वह अपने अधिकारियों से शांति बनाए रखने को कहे. वरना जो होगा उसकी जिम्मेदार सरकार होगी. हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो मुख्यमंत्री के घर जाकर आंदोलन करेंगे.
सीएम ने की शांति की अपील
मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने कहा कि 'राज्य सरकार ने आंदोलनकारियों का पूरा साथ दिया था. वे घर पहुंचे तब तक निगरानी रखी. रात में आठ बजे के बाद जीएमडीसी ग्राउंड पर कोई ऐसी घटना हुई, जिसकी वजह से पुलिस ने लाठीचार्ज किया. मैंने जांच के आदेश दिए हैं. मैं गुजरात के लोगों से अपील करती हूं कि शांति और सलामति बनाए रखिए.'