राज्यसभा की एथिक्स कमेटी बैंकों से कर्ज लेकर देश छोड़ने वाले कारोबारी विजय माल्या की राज्यसभा सदस्यता रद्द करने पर विचार कर रही है, लेकिन सपा सांसद नरेश अग्रवाल इस मामले में एथिक्स कमेटी के खिलाफ खड़े हो गए हैं.
एथिक्स कमेटी का एक्शन गलत: सपा सांसद
नरेश अग्रवाल ने आज तक से कहा कि विजय माल्या के खिलाफ एथिक्स कमेटी का एक्शन गलत है. अग्रवाल ने कहा, 'ऐसा हो सकता है कि कई सांसदों ने बैंक से लोन लिया हो और न चुकाया हो तो क्या उनकी भी
सदस्यता खत्म करने देंगे?' उन्होंने कहा कि लोन लेकर न चुकाने वाले सभी सांसदों की सदस्यता रद्द की जानी चाहिए.
सपा सांसद ने सवाल उठाया कि बिजनेस से जुड़े मामले में राज्यसभा की एथिक्स कमेटी का क्या लेना-देना.
माल्या का पक्ष आने के बाद एथिक्स कमेटी लेगी फैसला
राज्यसभा में एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष कर्ण सिंह ने सोमवार को कहा था, 'माल्या ने लगातार वारंट को नजरअंदाज करके गुनाह किया है, लेकिन फिर भी हम निष्पक्ष न्याय की प्रक्रिया के तहत सात दिनों का समय दे रहे हैं. अगर वह समय रहते पेश नहीं होते तो सदन जरूरी कदम उठाएगा.' उन्होंने कहा था कि माल्या का पक्ष आने के बाद ही समिति कोई फैसला लेगी. इसके लिए समय निर्धारित कर दिया गया है. तीन मई को इस मामले में आखिरी फैसला लिया जाएगा.