तमिलनाडु के आरके नगर विधानसभा उपचुनाव के लिए नामांकन दर्ज करने को लेकर घमासान मचा हुआ है. इस बीच चुनाव आयोग ने मंगलवार रात एक्टर विशाल कृष्णन का नामांकन रद्द कर दिया.
विशाल का नामांकन रद्द करते हुए चुनाव अधिकारी के. वेलुसामी ने अपने आदेश में कहा कि, 'प्रस्तावकों की जरूरी संख्या ने विशाल कृष्णा के उम्मीदवारी को वैध तरीके से प्रस्तावित नहीं किया. उनके पास सिर्फ आठ ही वैध प्रस्तावक थे. इसीलिए वे वैध नामांकन की शर्तों को पूरा नहीं करते हैं.'
वहीं, नामांकन रद्द होने के बाद विशाल ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, "यह लोकतंत्र का सबसे निचला स्तर है. मेरा नामांकन पहले चुनाव आयोग ने स्वीकार किया और देररात इसे रद्द कर दिया गया."
नामांकन रद्द होने के बाद विशाल और उनके समर्थकों ने आर के नगर में तिरुवोत्तियूर हाई रोड पर प्रदर्शन किया. पुलिस ने एक्टर विशाल और उनके सहयोगियों को बल प्रयोग कर हटाया और हिरासत में लिया. हालांकि, उन्हें बाद में छोड़ दिया गया.
विशाल ने एक ऑडियो क्लिप जारी करते हुए यह आरोप लगाया कि, "एआईडीएमके के कुछ कार्यकर्ताओं ने मेरे प्रस्तावकों को धमकाया और उनसे यह कहने को मजबूर किया कि उनके हस्ताक्षर फर्जी हैं." हालांकि, इन आरोपों को चुनाव अधिकारी के. वेलुसामी ने खारिज कर दिया.
बता दें कि इसके पहले जयललिता की भांजी दीपा का भी चुनाव आयोग ने नामांकन रद्द कर दिया था. इस बारे में चुनाव आयोग का कहना था कि ऐफिडेविट क्रम से नहीं होने और संपत्ति के ब्यौरे वाला कॉलम नहीं भरने कर दीपा का नामांकन रद्द किया गया था.