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चमकी बुखार: मुजफ्फरपुर में स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन के सामने बच्ची ने तोड़ा दम

बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मौजूदगी में एक बच्ची ने दम तोड़ दिया है.

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मुजफ्फरपुर में एक और बच्ची की मौत (फोटो- ANI)
मुजफ्फरपुर में एक और बच्ची की मौत (फोटो- ANI)

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बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन की मौजूदगी में एक बच्ची ने दम तोड़ दिया है. इसी के साथ चमकी बुखार से मरने वालों की संख्या 84 हो गई है.

बच्ची की मां के मुताबिक बच्ची की मौत चमकी बुखार के कारण हुई है. वह 5 साल की थी. उसका नाम निशा है और वह राजेपुर की रहने वाली थी.

बता दें कि हालात का जायजा लेने के लिए डॉ हर्षवर्धन मुजफ्फरपुर में हैं. डॉ हर्षवर्धन के साथ स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी अस्पताल पहुचें. उन्होंने मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में मरीजों और उनके परिजनों से मुलाकात की.

श्री कृष्णा मेडिकल कॉलेज में एक मरीज के भाई ने मीडिया से कहा कि मेरा बड़ा भाई यहां पिछले दो महीनों से भर्ती है. मैं चाहता हूं कि उसका इलाज अच्छे से हो और जिन बच्चों की हालत खराब है उनका भी सही से ख्याल रखा जाए या फिर मुझे भी मार दिया जाए.

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वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने चमकी बुखार से मरने वाले बच्चों के परिवार को 4 लाख रुपए सहायता राशि देने की घोषणा की है. इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वास्थ्य विभाग, जिला प्राशसन और डॉक्टरों को इस बीमारी से निपटने के लिए जरूरी कदम उठाने के लिए कहा है.

गौरतलब है कि 15 वर्ष तक की उम्र के बच्चे इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. मरने वाले बच्चों की उम्र एक से सात साल के बीच ज्यादा है. डॉक्टरों के मुताबिक, इस बीमारी का मुख्य लक्षण तेज बुखार, उल्टी-दस्त, बेहोशी और शरीर के अंगों में रह-रहकर कंपन (चमकी) होना है.

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