अब जल्द ही दिल्ली मेट्रो के टोकन पर छोटे-छोटे विज्ञापन नजर आयेंगे. टोकन का प्रयोग करने वाले करीब आठ लाख यात्रियों को देखते हुए राजस्व बढाने के मकसद से डीएमआरसी ने यह कदम उठाया है. दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के आंकड़े के अनुसार 70 प्रतिशत यात्री स्मार्ट कार्ड का प्रयोग करते हैं. अन्य यात्री राष्ट्रीय राजधानी में टोकन पर निर्भर हैं.
विज्ञापन का नया विकल्प
सभी स्टेशनों को मिला दिया जाये तो प्रतिदिन करीब 16,000 स्मार्ट कार्ड बिकते हैं. इस कदम के पीछे के कारणों का जिक्र करते हुए डीएमआरसी अधिकारियों ने कहा कि एक टोकन एक दिन में औसतन तीन व्यक्तियों के हाथ में जाता है. इस प्रकार अलग-अलग नेटवर्क में अलग-अलग लोग इसे बार-बार देखेंगे.
DMRC की पूरी योजना
डीएमआरसी के मुख्य प्रवक्ता अनुज दयाल ने बताया- ‘दिल्ली में नये यात्री हीं अमूमन टोकन से यात्रा करते हैं. इस प्रकार टोकन पर विज्ञापन से विज्ञापनदाता को व्यापक प्रचार मिलेगा.’ टोकन का औसत व्यास 30 मिली मीटर होता है. इस पर विज्ञापन के मुद्रण के लिए करीब 25 मिमी व्यास का स्थान बचेगा जिसे दोनों तरफ से देखा जा सकेगा.
कोच पर भी छपा है विज्ञापन
पिछले दिसंबर में डीएमआरसी के कोच की बाहरी दीवारों को लीज पर कुछ एजेंसियों को दे दिया गया था. इसके बाद सबसे व्यस्त येलो और ब्लू लाइन पर विज्ञापन वाली मेट्रो दिखनी शुरू हुई.