महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. सूत्रों के मुताबिक अशोक चव्हाण का जाना अब लगभग तय हो गया है.
आदर्श सोसाइटी विवाद सामने आने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण को दिल्ली बुलाया गया था. आज उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी इस पूरे प्रकरण से बेहद नाराज थीं.
मुलाकात के बाद चव्हाण ने संवाददाताओं के साथ बातचीत करते हुए चव्हाण ने कहा, ‘आदर्श सोसायटी मामले में जो बवाल उठा है उसके बारे में मैंने सोनिया गांधी को अवगत कराया. जो भी तथ्य मौजूद हैं उसको सोनिया गांधी के समक्ष रखा गया है.’
चव्हाण ने कहा, ‘आदर्श सोसायटी मामले में जो सच्चाई है वो लोगों के सामने आनी चाहिए. जांच के अवलोक में मैंने उन्हें अपना इस्तीफा सौंप दिया है. इसपर निर्णय अब सोनिया जी को लेना है.’
सूत्रों के मुताबिक इस्तीफे का सौंपा जाना महज औपचारिकता होती है, इस्तीफा तभी लिया जाता है जब इस्तीफे का स्वीकार किया जाना होता है. अतः चव्हाण का जाना अब तय है.
अब महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री पर चर्चा होनी शुरू हो गई है. आलाकमान नए चेहरे को दोबारा मौका देगा ऐसा कम ही लगता है. माना जा रहा है कि विलासराव देशमुख और सुशील कुमार शिंदे में से किसी एक को यह दायित्व दिया जा सकता है. {mospagebreak}
मुंबई से यहां पहुंचने के कुछ देर बाद चव्हाण चर्चा के लिए कांग्रेस अध्यक्ष के सरकारी निवास दस जनपथ पहुंचे. इस मुलाकात के दौरान पार्टी में महाराष्ट्र मामलों के प्रभारी और रक्षा मंत्री ए के एंटनी तथा कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल भी मौजूद थे.
मुंबई की आदर्श सोसाइटी के मामले में नाम आने के बाद चव्हाण को कांग्रेस अध्यक्ष से मिलने के लिए दिल्ली बुलाया गया था. अपनी पत्नी के साथ राजधानी पहुंचे चव्हाण ने इससे पहले अहमद पटेल से मुलाकात की.
इससे पहले सोनिया ने सुबह पार्टी नेताओं से विचार विमर्श किया. जिन नेताओं से भेंट की उनमें पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश, कांग्रेस अध्यक्ष के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल, महासचिव जनार्दन द्विवेदी और केंद्रीय मंत्री पृथ्वीराज चव्हाण शामिल थे.
ऐसा समझा जाता है कि इस विवाद के चलते कांग्रेस आलाकमान संभवत: चव्हाण से खुश नहीं है. आदर्श सोसाइटी मामले में चव्हाण की सास और दो अन्य संबंधियों का नाम सामने आया है. इस मामले में कई पूर्व सैन्य अधिकारियों के अलावा कुछ राजनेताओं और प्रभावशाली लोगों के नाम भी सामने आए हैं.
चव्हाण ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि उनके संबंधियों को आवंटित फ्लैट लौटा दिए गए हैं. इसके बाद भी पार्टी ने उन्हें दिल्ली बुलाया है.
उच्च पदस्थ सूत्रों ने शुक्रवार देर रात ही कह दिया था कि आदर्श हाउसिंग घोटाला सामने आने के बाद चव्हाण को पद छोड़ने के लिए कहा जा सकता है. वह करीब एक साल पहले ही मुख्यमंत्री बने थे.