कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि अदनान सामी को नागरिकता की सिफारिश करने के लिए मेरी आलोचना की गई थी. मुझे खुशी है कि उन्हें नागरिकता मिली और पद्म श्री पुरस्कार भी मिला. यदि सरकार एक पाकिस्तानी मुस्लिम को नागरिकता दे सकती है, तो नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लाने की क्या जरूरत है? इसे हिंदुओं और मुसलमानों के बीच दरार पैदा करने के लिए लागू किया गया है. दिग्विजय सिंह ने यह बात अपने एक ट्वीट में कही है.
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सीएए के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराते हुए पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक ट्वीट में लिखा, भारतीय नागरिकता पाने वाले किसी भी धर्म के किसी व्यक्ति को नागरिकता देने का पूर्ण अधिकार भारत सरकार के पास है. फिर सीएबी/सीएए क्यों? यह केवल भारतीय राजनीति का और अधिक ध्रुवीकरण करने के लिए है. यदि पाकिस्तान, अफगानिस्तान या बांग्लादेश में किसी श्रेष्ठ मुस्लिम व्यक्ति को प्रताड़ित किया जाता है और वह भारतीय नागरिकता लेना चाहे तो भारत सरकार क्या करेगी?
Congress' Digvijaya Singh: I was criticised for recommending citizenship to Adnan Sami. I'm happy that he got citizenship&Padma Shri. If govt can grant citizenship to a Pakistani Muslim, what is need to bring CAA? It has been implemented to create a rift between Hindus & Muslims. pic.twitter.com/NrPIA4sKrN
— ANI (@ANI) January 26, 2020
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दिग्विजय सिंह ने गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर भी निशाना साधा था. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि RSS के कार्यकर्ता कहते हैं कि हिंदुस्तान के सभी लोग हिंदू हैं. इस तर्क से अमेरिका, अफ्रीका और अन्य देशों में पैदा हुए हिंदुओं की पहचान क्या है?
बीजेपी अक्सर मुसलमानों के बहाने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधती है. इसपर उन्होंने कहा कि लोगों कहते हैं मेरा झुकाव मुसलमानों की ओर है. मैं न तो मुस्लिमों के लिए झुका हूं, न ही हिंदुओं के लिए. उन्होंने कहा कि मेरा झुकाव भारत की ओर है. इस देश की विविधता में एकता से मुझे ताकत आती है. मैं पहले भारतीय हूं फिर हिंदू या जो कुछ भी हूं. उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के बजाय 'नेशनल रजिस्टर ऑफ अनइम्पलॉयड यूथ' (एनआरयूएम) लाना चाहिए.