बीजेपी के भीष्म पितामह लाल कृष्ण आडवाणी गुमनामी के अंधेरे से बाहर निकल आए हैं. अब उन्हें एक महत्वपूर्ण पद दिया जा रहा है. वह लोकसभा की एक महत्वपूर्ण कमेटी के चेयरमैन बनाए जा रहे हैं. यह खबर एक अंग्रेजी अखबार ने दी है.
अखबार के मुताबिक आडवाणी को कमेटी ऑफ एथिक्स का चेयरमैन बनाया गया है. आडवाणी को अब तक पार्टी या सरकार में कोई भी बड़ी भूमिका नहीं मिली थी. उनसे कुछ महत्वपूर्ण काम छीन भी लिये गए थे. बीजेपी के संगठनात्मक ढांचे में बदलाव के साथ उनसे भी कुछ अधिकार ले लिये गए थे. उन्हें एक नई सलाहकार समिति मार्गदर्शक मंडल का हिस्सा बना दिया गया था.
अब आडवाणी को एथिक्स कमेटी का चेयरमैन बना दिया गया है. इस कमेटी का काम है कि वह लोक सभा सदस्यों के आचरण तथा व्यवहार को देखे. समिति को किसी भी सदस्य के खराब व्यवहार या बुरे आचरण पर जांच करने का अधिकार है. वह सदस्यों के बुरे आचरण के बारे में कार्रवाई की सिफारिश कर सकती है. वह किसी बुरे आचरण के लिए सदस्य पर आरोप लगा सकती है.
इस कमेटी में उनके अलावा तेरह सदस्य हैं. इस कमेटी को लोक सभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने गठित किया है.
आडवाणी के अलावा पूर्व मंत्री मुरली मनोहर जोशी को भी एक कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. उन्हें संसद की अनुमान समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. वह भी मार्गदर्शक मंडल के सदस्य हैं.