क्या फिर से पीएम की रेस में आ गए हैं बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी? क्या बीजेपी के स्टार पीएम उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की राह में फिर से खड़ी हो सकती हैं मुश्किलें?
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष विजय गोयल के कहने का मतलब क्या है? दिल्ली पार्टी मुख्यालय में स्थापना दिवस समारोह के दौरान विजय गोयल ने कहा कि हमें अटल जी की कमी महसूस होती है. लेकिन हम आडवाणी जी के नेतृत्व में 2014 का चुनाव जरूर जीतेंगे.
वीडियो: PM के लिए आडवाणी का नाम लेकर पलटे गोयल
बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह नरेंद्र मोदी को दिल्ली लाने की सारी तैयारी कर चुके हैं. पीएम की राह में मोदी की मुश्किल आसान करने के लिए राजनाथ मोदी को बीजेंपी की सबसे ताकतवर संसदीय बोर्ड मे जगह दिला चुके हैं. राजनाथ की नई टीम भी मोदी मय हो चुकी है. यही नहीं बीजेपी के 33वें स्थापना दिवस पर भी राजनाथ सिंह दिल्ली से सीधे अहमदाबाद पहुंचेंगे ताकि मोदी के शक्ति प्रदर्शन में कोई कसर न रह जाए.
लेकिन स्थापना दिवस पर ही दिल्ली दफ्तर में हुए कार्यक्रम में राजनाथ सिंह के सामने बीजेपी नेता विजय गोयल ने ये कहकर सबको हैरान कर दिया कि 2014 का चुनाव आडवाणी के नेतृत्व में जीतेंगें. विजय गोयल की जुबान से निकले शब्द आग की तरह फैले. पीएम की रेस में किनारे हो चुके आडवाणी की उम्मीद फिर से जगाने वाले उनके बयान पर सवालों का सिलसिला बढ़ता चला गया लेकिन इसके तुरंत बाद विजय गोयल यूटर्न लेते भी नजर आए.
बीजेपी में पीएम की कुर्सी की लड़ाई फिर सामने आई तो विरोधी पार्टियों को भी बीजेपी पर निशाना साधने का मौका मिल गया. विजय गोयल ने बीजेपी के दिल्ली दफ्तर में आयोजित जिस कार्यक्रम में आडवाणी का नाम उछालकर नई बहस छेड़ दी, उसमें खुद आडवाणी भी मौजूद थे लेकिन आडवाणी ने कोई इशारा नहीं किया कि पीएम की रेस में फिर से उतरने की उनकी कोई मंशा है. आडवाणी बोले- वो बीजेपी के समर्पित कार्यकर्ता हैं और हमेशा ही समर्पित कार्यकर्ता रहेगे.