अर्जुन मुंडा मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं लेकिन उनके शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज और अरूण जेटली शामिल नहीं होंगे. इन नेताओं का कहना है कि झामुमो से समर्थन लेकर अर्जुन मुंडा ने ठीक नहीं किया है. इस कारण वे लोग अर्जुन मुंडा के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं होंगे.
झारखंड में तेजी से बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में भाजपा द्वारा झामुमो, जदयू आदि के समर्थन से सरकार बनाने का मंगलवार को दावा पेश करने और केन्द्र के इस रास्ते में बाधा नहीं बनने के ऐलान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा के नेतृत्व में सरकार बन रही है.
लगभग तीन महीने पहले झामुमो से नाता तोड़ लेने वाली भाजपा ने शिबू सोरेन की उसी पार्टी के साथ मिलकर झारखंड में नयी सरकार बनाने का वहां के राज्यपाल एमओएच फारूक के समक्ष बृहस्पतिवार को दावा पेश किया. झामुमो के ‘बिना शर्त’ भाजपा को समर्थन देने की घोषणा के बाद भाजपा विधायक दल की रांची में हुई बैठक में मुंडा को इसका नेता चुना गया.
इसके पश्चात मुंडा ने बृहस्पतिवार को राज्यपाल से मुलाकात की और 81 सदस्यीय सदन में 45 विधायकों के समर्थन का दावा किया. इस घटनाक्रम के बारे में राज्यपाल की गृह मंत्री पी चिदंबरम से फोन पर हुई बातचीत के बाद केन्द्र ने बिना देर लगाए संकेत दिया कि झारखंड में भाजपा के नेतृत्व में सरकार गठित करने के रास्ते में वह आड़े नहीं आएगा.