बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने पार्टी कार्यकारिणी की बैठक से दूर रहने के लिए खराब स्वास्थ्य का हवाला देने के बाद घायल भीष्म पितामह को याद किया. आडवाणी ने घायल भीष्म पितामह के बाणों की शैया पर पड़े होने वाले महाभारत के दृश्य का जिक्र किया.
बीजेपी के इस नेता ने हालांकि अपने ब्लॉग या जयपुर में एक धार्मिक कार्यक्रम में वीडियो संबोधन के दौरान गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का कोई जिक्र नहीं किया.
आडवाणी ने अपने ब्लॉग में महाभारत की इस घटना का संदर्भ ऐसे समय दिया है, जब नरेंद्र मोदी को बीजेपी की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाया गया है.
जयपुर के कार्यक्रम के लिए अपने वीडियो संबोधन में आडवाणी ने अपने स्वास्थ्य पर चुप्पी तोड़ी. अटकलें थीं कि आडवाणी ने मोदी की नियुक्ति के विरोधस्वरूप खराब स्वास्थ्य का हवाला दिया.
अपने पूरे राजनीतिक जीवन में पहली बार किसी कार्यकारिणी से अनुपस्थित रहने वाले आडवाणी ने कहा कि वह पिछले तीन दिन से पेट की दिक्कतों से परेशान हैं और इसलिए बैठक में भाग नहीं ले पाए.
अपने ब्लॉग में आडवाणी ने दिल्ली में पृथ्वीराज रोड स्थित आवास पर प्रदर्शन के लिए लगाई गई चंदन की लकड़ी की नक्काशी के संदर्भ में सबसे पहले भगवान कृष्ण के विश्वरूप अवतार की तारीफ की. उन्होंने कहा कि वहां बाणों की शैया पर भीष्म पितामह भी मौजूद हैं.
आडवाणी ने कहा, ‘इस नक्काशी के बारे में ज्यादा महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि चिकमगलूर (कर्नाटक) के कलाकारों ने इस शानदार विश्वरूप के पीछे न केवल महाभारत से जुड़े द्रौपदी चीरहरण और बाणों की शैया पर पड़े भीष्म पितामह जैसे दृश्यों को प्रदर्शित किया है, बल्कि मत्स्यावतार और कूर्मावतार से लेकर कृष्ण और कलकी तक सभी दशावतारों को दर्शाया है.
आडवाणी ने तीन जून को कमल हासन की फिल्म विश्वरूपम (तमिल में) और विश्वरूप (हिन्दी में) देखने के बारे में भी लिखा है.