भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त अध्यक्ष नितिन गडकरी का कहना है कि लालकृष्ण आडवाणी भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष बने रहने के साथ साथ पार्टी के लिए एक पथप्रदर्शक और विचारक की भूमिका निभाते रहेंगे.
गडकरी ने में कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी हमारे प्रेरणास्रोत हैं. आडवाणी जी पार्टी के स्थाई पथप्रदर्शक और विचारक की भूमिका निभाते रहेंगे. उनसे पूछा गया था कि आडवाणी को भाजपा संसदीय दल के अध्यक्ष के पद पर नियुक्त किए जाने के बाद क्या उनकी भूमिका भाजपा के संसदीय मामलों तक ही सीमित रहेगी.
आडवाणी ने गत 18 दिसंबर को लोकसभा में विपक्ष के नेता का पद छोड़ दिया था. आम चुनाव में पार्टी के चिंताजनक प्रदर्शन के बाद पार्टी के भीतर से ही हो रहे हमलों के बाद उन्होंने ऐसा किया था. इसके बाद उन्हें पार्टी संसदीय दल का अध्यक्ष बना दिया गया था जिससे ऐसा लगने लगा था कि उनकी भूमिका वहीं तक सीमित हो गई है.
राष्ट्रीय राजनीतिक पटल पर पहली बार उभरकर आए गडकरी इसे अलाभकारी नहीं मानते बल्कि उनका मत है कि यह पद मिलना उनके लिए बहुमूल्य होगा और वह कभी पूर्वाग्रह ग्रस्त नहीं होंगे. गत 18 दिसंबर को गडकरी की नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब माना जा रहा है कि पार्टी काफी बुरे दौर से गुजर रही थी और उसे उबारने के लिए कुछ ठोस उपायों की जरूरत महसूस की जा रही थी. गडकरी अगले तीन माह में इस संबंध में एक ब्लूप्रिंट पेश करेंगे.