बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के इस्तीफा देने से भारतीय राजनीति
में भूचाल सा आ गया है, जहां बीजेपी आडवाणी को मनाने में जुटी है वहीं
कांग्रेस इस पर चुटकी लेने से नहीं चूक रही है. इन सबके बीच आडवाणी के
इस्तीफे की चिट्ठी को दिल्ली के वीवीआईपी माने जाने वाले लुटियंस जोन में
रातोंरात पोस्टर की शक्ल में चिपका दिया गया. हालांकि ये हरकत किसने की है
अभी इसका पता नहीं चल सका है.
इस पोस्टर के ऊपर लिखा गया है, 'देखिए भा.ज.पा. का पर्दाफाश'. पोस्टरों में इसके बाद आडवाणी की चिट्ठी की वही पंक्तियां छापी गई हैं जिसमें उन्होंने बीजेपी के नेताओं पर निजी हितों के लिए काम करने का आरोप लगाया है.
रूठे आडवाणी को मनाने की कोशिश नाकाम, घर पहुंचे BJP नेता खाली हाथ लौटे...
पोस्टरों में लिखा है, 'देखिए बीजेपी का पर्दाफाश... ( फिर आडवाणी की चिट्ठी की पंक्तियां हैं)... मगर पिछले कुछ समय से पार्टी जिस ढंग से चलाई जा रही है और यह जिस दिशा में जा रही है, उससे मैं सहज नहीं हो पा रहा हूं. मुझे नहीं लगता कि यह वही आदर्शवादी पार्टी है, जिसे श्यामा प्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय, नानाजी देशमुख और अटल बिहारी वाजपेयी जैसे लोगों ने बनाया, जिनका एकमात्र चिंता ये देश और इसके लोग रहे हैं. आज की तारीख में हमारे ज्यादातर नेता अपने निजी एजेंडा को आगे बढ़ा रहे हैं. लालकृष्ण आडवाणी, संस्थापक भा.ज.पा.'
लुटियंस जोन इलाके में मंत्रियों और सांसदों के बंगले हैं. दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के घर के पास भी एक पोस्टर लगाया गया है. अभी तक पता नहीं चला है कि इन पोस्टरों को चिपकाने के पीछे किसका हाथ है.