वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नारायण दत्त तिवारी ने पूर्व मंत्री शेर सिंह की बेटी उज्जवला शर्मा के साथ अपने संबंधों को स्वीकार करते हुए माना कि उज्जवला का बेटा रोहित शेखर उनका जैविक बेटा है. इस मसले पर बरसों चली कोर्ट की सुनवाई के बाद आज यह ऐलान हुआ. कोर्ट ने तिवारी से मामले को मध्यस्था के जरिए शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने को कहा था.
तिवारी के ऐलान के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, जिसमें कांग्रेसी नेता ने पत्रकारों के सामने भी अपनी बात दोहराते हुए कहा कि रोहित शेखर मेरा बेटा है. क्या वह आपका उत्तराधिकारी भी है, इस सवाल पर कुछ देर चुप्पी के बाद एनडी तिवारी ने तीन बार हां कहा. इस दौरान रोहित शेखर ने उनके पैर छुए. सिर झुकाकर प्रणाम किया. तिवारी ने रोहित के गाल पर हाथ फेरा और कहा, मैं चाहता हूं कि रोहित मेरे साथ रहे.
पत्रकारों से बात करते हुए रोहित शेखर ने कहा कि मैं पापा से कल 9 साल बाद मिला. उन्होंने कहा कि अगर एनडी तिवारी ईमानदारी से मेरी मां को और मुझे सम्मान देते हैं, तो मेरी तरफ से सब खतम है. मैं एक शब्द बुरा नहीं चाहता उनके लिए.
समाज के सामने कोर्ट ने पेश किया उदाहरण
रोहित शेखर ने कहा कि अभी उनकी एनडी तिवारी से विस्तार से बात नहीं हुई है. उनके मुताबिक, मैंने उनसे फिलहाल बस इतना कहा, कि अगर आप मुझे बेटा मानते हैं तो खुले मन से मानिए. रोहित के मुताबिक कोर्ट में पेश हुए हमारे मामले से देश के सामने एक उदाहरण पेश हुआ है.
2008 से चल रहा था पितृत्व विवाद
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नारायण दत्त तिवारी (एन.डी. तिवारी) ने रोहित शेखर को अपना बेटा स्वीकार कर लिया है. इसके साथ ही 2008 से चल रहे पितृत्व मामले का निपटारा हो गया लगता है. 89 वर्षीय तिवारी ने एक टीवी चैनल से कहा, ‘मैंने स्वीकार कर लिया है कि रोहित शेखर मेरा बेटा है. डीएनए रिपोर्ट ने भी यह साबित किया है कि वो मेरा जैविक बेटा है.’एन डी तिवारी का यह बयान हाई कोर्ट द्वारा मध्यस्थता की गुजारिश खारिज करने के कुछ दिनों बाद आया.
मामला प्रॉपर्टी का नहीं है.
शेखर की मां उज्वला शर्मा ने इस मामले में मध्यस्थता की गुजारिश को यह कहते हुए नकार दिया था कि यह उनकी प्रॉपर्टी से जुड़ा मामला नहीं बल्कि केवल इतना है कि शेखर उनका बेटा है.उज्वला शर्मा ने कहा, ‘डीएनए रिपार्ट ने यह साबित कर दिया था कि वो ही शेखर के पिता हैं. वो तभी इस पर बीच का रास्ता निकाल सकते थे लेकिन वो कोर्ट चले गए.’