लालबत्ती कल्चर खत्म करने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रियों के अलावा अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों का भी साथ मिला है. जहां लालबत्ती कल्चर के खिलाफ मोदी के इस कदम की चारो तरफ तारीफ हो रही है, वहीं राजनेताओं में इसको हटाने की होड़ मच गई है. बृहस्पतिवार सुबह योगी ने भी ट्वीट कर लालबत्ती हटाने के केंद्र सरकार के ऐतिहासिक फैसले का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि हर भारतीय VIP हैं. अब 1 मई से आपको पूरे देश भर में किसी भी गाड़ी के ऊपर कोई भी लाल या नीली बत्ती नहीं दिखाई देगी.
मोदी के फैसले के बाद बृहस्पतिवार को यूपी के पशुधन मंत्री एसपी सिंह बघेल, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने खुद अपनी गाड़ी से लालबत्ती हटाई. इसके अलावा यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी अपनी गाड़ी से लालबत्ती हटा दी है. आज तक से बातचीत में मौर्य ने कहा कि देश और प्रदेश में गरीबों की सरकार है. पीएम मोदी ने लालबत्ती के खिलाफ फैसला लेकर आदर्श पेश किया है. वह अपने आप में एक मिसाल हैं. उन्होंने कहा, ''मैं पीएम मोदी के इस फैसले का स्वागत करता हूं. साथ ही पीएम मोदी और सीएम योगी को बधाई देता हूं." उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में लालबत्ती दिखाई नहीं देगी. इस कदम से मानसिकता बदलेगी.
वसुंधरा राजे ने भी दिए लालबत्ती हटाने के आदेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लालबत्ती हटाने के फैसले के बाद राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपने मंत्रियों को लालबत्ती हटाने के आदेश दिए हैं. वसुंधरा राजे ने प्रधानमंत्री के फैसले को सराहनीय बताते हुए कहा कि राजस्थान का कोई भी मंत्री अपनी गाड़ी पर लालबत्ती नहीं लगाएगा. वसुंधरा राजे ने केंद्र सरकार के इस फैसले को तत्काल प्रभाव से लागू करने के आदेश जारी किए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के इस दूरदर्शी फैसले से पीपुल्स फ्रैंडली शासन स्थापित होगा. साथ ही देश में वीआईपी कल्चर खत्म होगा.
दिव्यांगों को अपमानित करने वाले मंत्री पर भी दी प्रतिक्रिया
केशव ने दिव्यांगों को बेइज्जत करने वाले यूपी के खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री सत्यदेव पचौरी और टोल प्लाजा के कर्मचारी से मारपीट करने वाले बीजेपी विधायक महेंद्र सिंह यादव पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, "सत्यदेव
पचौरी बेहद लोकप्रिय राजनेता है. मुझे ऐसी बात पता नहीं चली है, पर मैं देखूंगा. दिव्यांगों के प्रति भाजपा हो या सरकार हो, हर व्यक्ति के प्रति आदर का भाव है. सरकार में बैठे हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि आम जनता
अलग है और हम अलग है." इसके अतिरिक्त केशव ने महेंद्र सिंह यादव के सवाल पर कहा कि इस बाबत पहले भी निर्देश दिए जा चुके हैं. नियमों का पालन किया जाएगा. यूपी के माहौल का बदलाव आया है. नए विधायकों के
लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम है. उन्होंने मसले पर बीजेपी विधायक से पूछताछ करने की भी बात कही.