भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की दोस्ती के बाद अब रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और एश्टन कार्टर की नई दोस्ती की शुरुआत हो रही है. 28 अगस्त को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं.
रक्षा मंत्रालय के सूत्रों ने 'आज तक' को बताया कि जब पिछली बार एश्टन कार्टर पर्रिकर के निमंत्रण पर गोवा आए थे तो ये तय हुआ कि हर तीन-चार महीने में वे एक-दूसरे से मिलेंगे जिससे दोनों देशों के बीच सामरिक रिश्ते और मजबूत होंगे.
मिलिट्री लॉजिस्टिक्स सपोर्ट एग्रीमेंट को मिलेगी हरी झंडी
पर्रिकर की यात्रा के दौरान सबसे अहम मिलिट्री लॉजिस्टिक्स सपोर्ट एग्रीमेंट को अंतिम रूप दिया जाएगा. इससे दोनों देशों की सेनाएं मिलिट्री सप्लाई, रिपेयर और अन्य कामों के लिए एक-दूसरे की जमीनी, हवाई और समुद्री अड्डों का इस्तेमाल कर सकेंगे.
प्रोटोकॉल तोड़ की थी आगवानी
पिछली बार जब दिसंबर में मनोहर पर्रिकर अमेरिका यात्रा पर गए तो एश्टन कार्टर ने प्रोटोकॉल तोड़ते हुए उनकी अगवानी की और उन्हें अमेरिकी नौसेना के विमान वाहक युद्धपोत पर ले गए. इसी तरह जब इस साल एश्टन कार्टर भारत यात्रा पर आए तो वे गोवा में उतरे और पर्रिकर ने उन्हें गोवा में मंदिर और चर्च दिखाए.
पिछले कुछ सालों से रूस के मुकाबले अमेरिका, भारत को कई रक्षा साजोसामान निर्यात करने में आगे रहा है. भारतीय वायुसेना के लिए बड़े ट्रांसपोर्ट विमान सी130 जे सुपर हरकुलिस और सी17 ग्लोबमास्टर जैसे विमान अमेरिका से खरीदे गए. इसके अलावा 777 आर्टलरी गन और चिनूक हेलिकॉप्टर का सौदा हुआ है.