ठाणे में अवैध इमारतों के खिलाफ जारी डिमोलिश ड्राइव के खिलाफ गुरुवार को एनसीपी और शिवसेना ने बंद बुलाया है.
पुलिस ने बताया कि बंद की शुरुआत में कुछ लोगों ने कम से कम 12 बसों में तोड़फोड़ की. इन दलों की मांग है कि अवैध निर्माण गिराने के कारण विस्थापित होने वालों को वैकल्पिक आवास मुहैया कराए जाने चाहिए.
पुलिस ने बताया कि शहर के अलग अलग इलाकों में अज्ञात व्यक्तियों ने बसों पर पथराव किया. क्षतिग्रस्त हुई 12 बसों में से कम से कम 8 बसें ठाणे म्यूनिसिपल ट्रान्सपोर्ट (TMC) की हैं और शेष राज्य सरकार की बसें हैं.
एमएनएस और बीजेपी को छोड़कर अन्य राजनीतिक दल बंद में शामिल हैं. गुरुवार सुबह सरकारी बसें और ऑटो नहीं चले, जिससे लोगों को, खास कर सुबह ऑफिस जाने वालों को दिक्कत हुई. दुकानें और अन्य कारोबारी प्रतिष्ठान भी बंद हैं.
इस बीच, पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है. यह व्यक्ति अन्य लोगों के साथ ठाणे नगर पुलिस थाना क्षेत्र में सरकारी बसों के टायरों की हवा निकाल रहा था.
बताया जा रहा है कि डिमोलिशन ड्राइव के तहत कई नेताओं को अपना घर टूटने का खतरा है. यही वजह है कि उन्होंने बंद बुलाने का एलान किया है.
खास बात यह है कि एमएनएस के मुखिया राज ठाकरे ने इस बंद का विरोध किया है. राज ठाकरे ने कहा है कि उनकी पार्टी बंद का समर्थन नहीं करेगी. राज ठाकरे ने कहा है कि अवैध बिल्डिंग बनाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.
एकनाथ शिन्दे (शिवसेना) और जितेन्द्र अवहाद (NCP) सहित अन्य स्थानीय विधायकों ने अवैध निर्माण गिराने के लिए चलाए गए अभियान का विरोध किया है. इन लोगों की मांग है कि जिन लोगों के अवैध निर्माण गिराए जा रहे हैं, उन्हें वैकल्पिक आवास की सुविधा मुहैया कराई जाए और अवैध ढांचों को नियमित भी किया जाए.
मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने हालांकि अवैध निर्माण गिराए जाने पर रोक लगाने से मना कर दिया है. उन्होंने लोगों की सुरक्षा को लेकर चिंता भी जाहिर की है. चव्हाण ने बुधावार को विधानसभा में कहा ‘ध्वस्त होने के खतरे को देखते हुए (ठाणे में) अत्यंत खतरनाक 57 इमारतों को गिराने के लिए अभियान जारी है. कम से कम 1,094 इमारतें खतरनाक हैं.’
बहरहाल, शिन्दे और अवहाद ने अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान तत्काल रोकने की मांग की है. उन्होंने कहा कि ठाणे की 18 लाख की आबादी मे से 11 लाख लोग झुग्गियों और अवैध इमारतों में रहते हैं और सरकार इतने लोगों को बेघर नहीं कर सकती.
पिछले दिनों ठाणे जिले के मुंब्रा उपनगर में एक अवैध इमारत ध्वस्त होने से 70 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हो गए थे. इसके बाद ठाणे नगर निगम ने अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान चलाया है.