बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बाद पार्टी के एक और विधायक ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया है. असम से बीजेपी विधायक शिलादित्य देव ने प्रज्ञा सिंह ठाकुर का बचाव किया और नाथूराम गोडसे को असली देशभक्त बताया. उन्होंने इंडिया टुडे से कहा कि मैं प्रज्ञा ठाकुर को सलाम करता हूं, क्योंकि उन्होंने सच्चाई बोली है. भारत में बहुत कम लोग हैं जो सच बोल सकते हैं.
असम से बीजेपी विधायक ने कहा, 'भारत में बहुत कम लोग हैं जो सच बोल सकते हैं. महात्मा गांधी ने कहा था कि यदि धर्म के आधार पर कोई देश का विभाजन करेगा, तो उसे उनके मृत शरीर से होकर गुजरना होगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ. हमने देखा कि देश का विभाजन हुआ और दो देशों का गठन किया गया. पश्चिम पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तान. उसके बाद पश्चिम पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तान में हिंदुओं के खिलाफ आंदोलन चल रहा था, यहां तक कि गांधीजी भी इसे रोक नहीं पाए. नोआखली में नरसंहार हुआ था और एकमात्र हिंदू पीड़ित थे.'
शिलादित्य देव ने कहा, 'मैं यह नहीं कह रहा हूं कि महात्मा गांधी एक विवादित राजनेता थे लेकिन उन्होंने हिंदुओं के लिए जो किया वह सही नहीं था. इसलिए कोई भी सही व्यक्ति स्वाभाविक रूप से इसका विरोध करेगा. संभवत: गोडसे थोड़ा आक्रामक थे और उन्हें यह देखकर पीड़ा हुई कि लाखों हिंदुओं को मारा गया. विभाजन के बाद भी भारत सरकार पश्चिम पाकिस्तान और पूर्वी पाकिस्तान को बहुत अधिक सहायता दे रही थी और इससे हमारी अर्थव्यवस्था में बाधा आ रही थी. कोई भी महात्मा गांधी को ऐसा करने से नहीं रोक सकता था.'
बता दें, मध्य प्रदेश के भोपाल से बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर एक बार फिर नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताकर विवादों में घिर गईं. उन्होंने इस बार लोकसभा में बहस के दौरान गोडसे को देशभक्त बता दिया. इस पर हंगामा हुआ और लोकसभा की कार्यवाही से उनके बयान को हटा दिया गया. बुधवार को पेश हुए एसपीजी संशोधन बिल पर बहस चल रही थी. द्रमुक सांसद ए. राजा ने बहस के दौरान महात्मा गांधी की हत्या से जुड़े नाथूराम गोडसे के बयान का हवाला दिया. यह सुनते ही बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर खड़ीं होकर चीख पड़ीं. उन्होंने गोडसे को देशभक्त बताते हुए ए. राजा के बयान का विरोध किया.