प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अफजल गुरु के परिजनों को उसकी फांसी की सूचना में विलंब को लेकर गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे से नाराजगी व्यक्त की है. सूत्रों के मुताबिक सिंह ने शिन्दे से कहा कि अफजल गुरु के परिवार वालों को पहले से सूचित किया जाना चाहिए था.
उल्लेखनीय है कि गुरु को पिछले शनिवार सुबह तिहाड़ जेल में फांसी दी गयी. वह 2001 में संसद भवन पर हुए आतंकवादी हमले का दोषी पाया गया था. सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री ने शिन्दे से कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कड़ाई करना सही है लेकिन गुरु के परिवार वालों को सूचना देने में जो विलंब हुआ, वह उचित नहीं था.
सरकार ने फांसी से एक दिन पहले पिछले शुक्रवार को स्पीड पोस्ट के जरिए गुरु के परिवार वालों को कश्मीर के सोपोर सूचना भेजी थी लेकिन यह स्पीड पोस्ट उन्हें सोमवार को मिला यानी फांसी के 51 घंटे बाद.
गुरु के परिवार वाले फांसी की पूर्व सूचना नहीं दिये जाने से खासे नाराज हैं क्योंकि उन्हें उसकी फांसी की खबर मीडिया के जरिए मिली और वह भी फांसी के बाद. जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भी परिवार को डाक के जरिए सूचना भेजने के फैसले की निन्दा की है.