भारत और रूस विमानवाहक पोत एडमिरल गोर्शकोव की कीमतों को लेकर लंबे समय से चले आ रहे गतिरोध को खत्म करने के लिए एक व्यापक समझौते पर पहुंच गए हैं. दोनों पक्ष प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राष्ट्रपति दमित्री मेदवेदेव की बीच कल शिखर बैठक के दौरान एक ऐतिहासिक असैन्य परमाणु करार पर दस्तखत कर सकते हैं.
सूत्रों ने कहा कि गोर्शकोव की कीमत के मुद्दे को सुलझाने के लिए दोनों देशों ने एक आम सहमति पर काम किया है. हालांकि सिंह की मास्को यात्रा के दौरान इस संबंध में करार होने की संभावना नहीं दिखती. प्रधानमंत्री सिंह तीन दिवसीय यात्रा पर आज यहां पहुंचे जो 2004 के बाद से उनका छठा दौरा है.
दोनों देश रक्षा क्षेत्र में तीन समझौतों पर हस्ताक्षर भी करेंगे जिनमें से एक रूसी सैन्य उपकरणों की सर्विसिंग की अस्थायी व्यवस्था को समाप्त करने से जुड़ा है. रूसी राष्ट्रपति मेदवेदेव आज रात मॉस्को के बाहर बरविखा में अपने आवास पर मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर के लिए एक निजी रात्रिभोज देंगे.