अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में क्रिश्चियन मिशेल को शनिवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया. अदालत ने क्रिश्चियन मिशेल को 4 दिन की सीबीआई हिरासत में भेज दिया. इससे पहले अदालत में क्रिश्चियन मिशेल की पैरवी के लिए इटली से वकील आईं. रोज पैट्रियार्जी नाम की ये वकील मिशेल की लीगल एड हैं. रोज मिशेल से जुड़े सभी दस्तावेजों पर साइन करेंगी और मिशेल को कानूनी सलाह देंगी. वही कोर्ट में मिशेल ने अजियो जोसेफ को वकील नियुक्त किया है.
शनिवार को सीबीआई की विशेष अदालत में रोज पैट्रियार्जी के पेश होते ही सीबीआई ने उनके वकील होने के दस्तावेज को अदालत में पेश करने को कहा. रोज ने वकालत और उसकी पहचान से जुड़ी चीज़ें अदालत के पटल पर रख दीं. रोज के कहने पर अदालत ने कोर्ट रूम में ही आरोपी मिशेल से मिलने के लिए 10 मिनट का वक्त दिया. बहस खत्म होते ही सीबीआई के वकील ने कहा कि मिशेल को कई और लोगों के साथ आमना-सामना कराना है, इसके लिए मुम्बई लेकर जाना है और कुछ दस्तावेजों की पड़ताल भी करानी है. लिहाजा क्रिश्चियन मिशेल की कस्टडी दी जाए.
क्रिश्चियन मिशेल के रिमांड की एक और वजह बताते हुए सीबीआई के वकील ने कहा कि मिशेल की कुछ लिखावट मिली है जो कोड में है उसे डिकोड करना है, इसके लिए उससे पूछताछ की जरूरत है. सीबीआई ने ऐसे ही एक शब्द का उदाहरण दिया और इसे CAF बताया.
सीबीआई के वकील की दलील सुनने के बाद जज ने आरोपी को 4 दिन की सीबीआई रिमांड पर भेज दिया. इस दौरान रोज पैट्रियार्जी ने जज से कहा कि वो हर दिन आरोपी मिशेल से मिलना चाहती हैं. रोज की इस मांग का सीबीआई के वकील ने इसका ज़ोरदार विरोध किया. करीब 15 मिनट तक सीबीआई वकील ने इसका जमकर विरोध किया बाद में जज ने वकील रोज की मांग खारिज कर दी.
आपको बात दें कि सीबीआई को अबत मिशेल की 10 दिन की रिमांड मिल चुकी है. क्रिश्चियन मिशेल को 4 दिसंबर की रात संयुक्त अरब अमीरात से प्रत्यर्पित कर भारत लाया गया था. मिशेल पर आरोप है कि 3700 करोड़ रुपये के वीवीआईपी चॉपर का ठेका अगस्ता वेस्टलैंड को दिलाने के लिए उसने भारतीय अधिकारियों और राजनेताओं को रिश्वत दी.