यौन शोषण मामले में फंसे आसाराम को गांधीनगर सेशन कोर्ट ने चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है. हालांकि पुलिस ने सेशन कोर्ट से पूछताछ और बयान दर्ज कराने के लिए 14 दिन की हिरासत मांगी थी.
गौरतलब है कि सूरत में रहने वाली दो बहनों ने आसाराम और नारायण साईं पर आरोप लगाया है कि साल 2002 से 2006 के बीच दोनों ने उनके साथ रेप किया था. इन बहनों ने उनके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है. इसी मामले में मंगलवार को आसाराम और नारायण साईं की जमानत याचिका पर सुनवाई होनी थी लेकिन नारायण साईं के मामले में सुनवाई टल गई है. नारायण साईं की याचिका पर अब 17 अक्टूबर को सुनवाई होगी.
आसाराम को गुजरात पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर सोमवार को जोधपुर से अहमदाबाद ले आई थी. अहमदाबाद में उन्हें आतंकवाद निरोधक दस्ते (ATS) के ऑफिस में ले जाया गया. आसाराम की रात इसी ऑफिस में बीती. यहीं उनसे सवाल-जवाब भी किए गए. आसाराम ने हर मामले में खुद को बेकसूर बताया और कहा कि उनके खिलाफ सभी आरोप राजनीति से प्रेरित हैं.
ढाई घंटे चली पूछताछ में आसाराम से पूछे गए ये सवाल-
सवाल- क्या आप आरोप लगाने वाली लड़की को पहचानते हैं?
जवाब- नहीं.
सवाल- लड़की का कहना है कि वो आपके आश्रम में रहती थी.
जवाब- वहां पर बहुत सारी लड़कियां रहती थीं, मुझे मालूम नहीं है, वो मेरी बेटी की तरह है.
सवाल- तो क्या बेटी बाप पर बलात्कार जैसे संगीन आरोप लगायेगी?
जवाब- ये सारे आरोप राजनीति से प्रेरित हैं, आप मेरी गिरफ्तारी के पहले की स्पीच निकालकर देख लीजिए, जब से मैंने राहुल गांधी और सोनिया के खिलाफ बोलना शुरू किया है तब से ऐसे आरोप लग रहे हैं.
सवाल- अगर आप जांच में मदद नहीं करेंगे तो हमें आपका लाई डिटेक्शन टेस्ट करना पड़ेगा.
जवाब- मुझे बात नहीं करनी है. मैं थक गया हूं, मुझे सोना है.